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बंगाल : आसनसोल में हिंसा के पीछे कोयला-बालू माफिया : भाजपा प्रतिनिधिदल

भाजपा प्रतिनिधिदल ने आसनसोल के हिंसा प्रभावित इलाकों का किया दौरा, राज्य सरकार पर विफल होने का लगाया आरोप आसनसोल/कोलकाता : रामनवमी जुलूस को लेकर भड़की हिंसा के बाद हालात का जायजा लेने के लिए भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को आसनसोल पहुंचा. पुलिस ने आसनसोल के काली पहाड़ी और रानीगंज के बांसड़ा के […]

भाजपा प्रतिनिधिदल ने आसनसोल के हिंसा प्रभावित इलाकों का किया दौरा, राज्य सरकार पर विफल होने का लगाया आरोप
आसनसोल/कोलकाता : रामनवमी जुलूस को लेकर भड़की हिंसा के बाद हालात का जायजा लेने के लिए भाजपा का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को आसनसोल पहुंचा. पुलिस ने आसनसोल के काली पहाड़ी और रानीगंज के बांसड़ा के पास प्रतिनिधिदल को रोकने की कोशिश की, लेकिन दल के सदस्य हिंसाग्रस्त इलाके में जाने पर अड़ गये.
धारा 144 लागू होने के बावजूद प्रतिनिधदल में शामिल भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद ओम प्रकाश माथुर, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली और सांसद विष्णु दयाल राम सबसे पहले नॉर्थ धधका और न्यू बीपीएल कॉलोनी के राहत शिविर पहुंचे. यहां 250 से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं. उन्होंने पीड़ितों से बातचीत की.
बाद में प्रतिनिधिदल के सदस्य आरके दंगाल इलाके में भी गये. सांसद रूपा गांगुली ने अलग से आमबागान और शिव मंदिर इलाके का दौरा किया.
ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि स्थिति बहुत ही भयावह है. उपद्रवियों ने मासूमों, बुजुर्गों और महिलाओं तक को नहीं छोड़ा. महिलाओं को जलाने की कोशिश की गयी. बचाव और राहत कार्य में पक्षपात किया जा रहा है.
पुलिस और तृणमूल के लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के लिए इलाके का कोयला और बालू माफिया जिम्मेदार है. उन्होंने इस आरोप को खारिज किया कि हिंसा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का हाथ है.
उन्होंने कहा िक घटना में इन संगठनों का हाथ होता तो हिंसा पूरे राज्य में होती. उन्होंने कहा कि राज्य की तृणमूल सरकार को सत्ता से जाने की तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिदल भाजपा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. पीड़ितों को प्रधानमंत्री से मदद दिलाने की कोशिश की जायेगी.
श्री माथुर ने प्रशासन की भूमिका पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि इस घटना के बाद जिस तरह पुलिस कार्रवाई करने के नाम पर हिंदुओं के ऊपर कहर ढा रही है वह निंदनीय है. ममता बनर्जी का रूख अगर इसी तरह रहा तो यह तय है कि आमलोग इस घटना के लिए ममता बनर्जी और उनकी सरकार को सजा जरूर देंगे.
क्योंकि जिस तरह माता और बहनों के साथ छोटे- छोटे बच्चों पर जुल्म हुआ वह माफी लायक नहीं. क्योंकि काली मां के प्रदेश में माताओं पर जुल्म हो रहा है. रहा सवाल आम आदमी की सुरक्षा का तो राज्य सरकार उनको सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल रही है. लोग भय के साये में जीने पर मजबूर हैं. पूरे मामले की रपट हम अपने पार्टी अध्यक्ष को देंगे.
फिलहाल उनकी मांग है कि पूरी घटना की निष्पक्ष जांच हो. हालांकि ओम माथुर से जब पूछा गया कि क्या वह घटना की खबर केंद्र सरकार को देंगे और केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग करेंगे तो वह जवाब को टाल गये.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आसनसोल-रानीगंज क्षेत्र में स्थिति नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा: हम किसी दूसरे देश में नहीं है.
हमें अपने देश में कहीं जाने के लिए अनुमति नहीं चाहिए. उन्होंने कहा: हम आसनसोल में रामकृष्णपुर और धधका के राहत शिविरों में गये और हमने पाया कि जो कुछ हुआ वह गलत था. यह राज्य सरकार की विफलता है. उन्होंने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की.
रूपा गांगुली ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सुश्री बनर्जी में एक महिला होने के बावजूद मानवता नहीं है. हमारे मंत्री (बाबुल सुप्रियो) को इलाके में नहीं आने दिया गया.
उन पर मुकदमा कर दिया गया. रूपा गांगुली ने कहा कि विकास के 90 प्रतिशत काम केंद्र की राशि से हो रहे हैं. उन्होंने लोगों से भाजपा को जिताने की अपील कर दी. कहा कि पंचायत स्तर तक भाजपा को सत्ता में होना चाहिए.
गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह प्रतिनिधिमंडल भेजा है. प्रतिनिधिदल अपनी वापसी पर उन्हें रिपोर्ट सौंपेगा. उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शनिवार को हिंसा प्रभावित आसनसोल और रानीगंज का दौरा किया था. उन्होंने वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
रानीगंज में रामनवमी के जुलूस के मौके पर दो समूहों के बीच झड़प हो गयी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी और दो पुलिसकर्मी घायल हो गये. बाद में हिंसा आसनसोल तक फैल गयी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार आसनसोल और रानीगंज में इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं.
तनाव पैदा करने की साजिश रची गयी: माथुर
भाजपा प्रतिनिधिदल ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह सब (आसनसोल हिंसा) राज्य सरकार के इशारे पर हुआ है. ओम माथुर ने कहा कि धारा 144 की दुहाई देकर मजिस्ट्रेट ने हमें जाने से रोका लेकिन बावजूद इसके हमलोग गये और वहां के राहत शिविरों का जायजा लिया. आलम यह है कि दंगे के सात दिन बाद भी प्रशासन ने वहां के लोगों को राहत देने में कोई सक्रियता नहीं दिखायी है.
वहां की जमीनी हकीकत और लोगों से बातचीत के बाद यह बात सामने आयी है कि भाजपा के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आसनसोल क्षेत्र के कोयला और बालू माफिया को लगने लगा कि उनकी कारगुजारी पर लगाम लगेगी. इसलिए उन लोगों ने दो समुदायों के बीच तनाव का ताना बाना बुना. इसमें राज्य सरकार का खुला समर्थन था.
यही वजह है कि इस घटना ने इतना बड़ा रूप ले लिया. इतनी बड़ी वारदात को देखते हुए भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस घटना से आंख मूदे दिल्ली में बैठी रहीं और आसनसोल जलता रहा. हम राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि तुरंत प्रभावित लोगों को राहत दी जाये.
क्या बोले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी
उधर, जिलाशासक शशांक सेठी ने कहा कि इलाके में धारा 144 लागू है. इसके बावजूद प्रतिनिधिदल ने क्षेत्र का दौरा किया है. अगर निषेधाज्ञा का उल्लंघन हुआ है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. पुलिस आयुक्त लक्ष्मीनारायण मीणा ने कहा: मौके पर पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग की है. हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं. कानून का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि अासनसोल और रानीगंज के हिंसा प्रभावित इलाकों धारा 144 लागू है. इंटरनेट सेवाएं भी स्थगित है.

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