बऊबाजार : तारपिन तेल कारखाने में लगी आग, तीन श्रमिक झुलसे

बऊबाजार इलाके के मेडकाफ स्ट्रीट में सोमवार सुबह की घटना आग बुझाने के दौरान एक अन्य व्यक्ति भी चपेट में आकर जख्मी तीनों झुलसे श्रमिकों का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा इलाज कारखाना में स्प्रिट व तारपिन होने के कारण पानी से आग बुझाने में दमकलकर्मियों को हुईं काफी मुश्किलें कोलकाता : बऊबाजार इलाके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2018 5:23 AM
बऊबाजार इलाके के मेडकाफ स्ट्रीट में सोमवार सुबह की घटना
आग बुझाने के दौरान एक अन्य व्यक्ति भी चपेट में आकर जख्मी
तीनों झुलसे श्रमिकों का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा इलाज
कारखाना में स्प्रिट व तारपिन होने के कारण पानी से आग बुझाने में दमकलकर्मियों को हुईं काफी मुश्किलें
कोलकाता : बऊबाजार इलाके में एक तारपिन तेल व स्प्रिट तैयार करने के कारखाने में आग लगने से वहां काम कर रहे तीन श्रमिक झुलस गये. आग बऊबाजार इलाके के मेडकाफ स्ट्रीट में सोमवार सुबह 10 बजे के करीब की है.
झुलसे श्रमिकों के नाम रामेश्वर मोहरिक, अलोक कुमार और गणेंद्र लिंका है. आग बुझाने के दौरान महेंद्र मंडल नामक एक अन्य व्यक्ति भी इस आग में जख्मी हुआ है. सभी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने रामेश्वर मोहरिक की हालत काफी गंभीर बतायी है. इस घटना में 80 प्रतिशत उसका शरीर झुलस गया है. बाकी दोनों श्रमिक का शरीर 40 से 50 प्रतिशत झुलसा है, जबकि चौथे घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया. इस घटना की खबर पाकर बऊबाजार थाने की पुलिस वहां पहुंची और आसपास के लोगों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे.
इधर स्थानीय लोगों से खबर पाकर दमकल के पांच इंजनों के साथ दमकलकर्मियों ने वहां पहुंचकर आग बुझाना शुरू कर दिया.दमकलकर्मियों का कहना था कि कारखाना में ज्वलनशील स्प्रिट व तारपिन तेल भारी मात्रा में मौजूद होने के कारण काफी दमघोंटू धुआं बाहर निकल रहा था. इसके कारण उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी. इसी दिक्कत के बीच काफी मुश्किल से फोम व बालू की मदद से दो घंटे में आग पर पूरी तरह के काबू पा लिया गया. इस आग में कारखाना को काफी नुकसान पहुंचा है.
कारखाना की स्थिति देखकर दमकलकर्मियों का प्राथमिक अनुमान है कि आग कारखाना में शाॅट सर्किट से लगी होगी. हालांकि आग लगने के सटिक कारण का पता फॉरेंसिक विभाग की टीम घटनास्थल की जांच के बाद लगा सकेंगे. कारखाना में पर्याप्त संख्या में अग्निशमन उपकरण मौजूद था या नहीं, इसकी भी जांच हो रही है.

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