कोलकाता : जब शांतिदूत हो गये अशांत

कॉन्फ्रेस के दौरान उलझ पड़े बुद्धिजीवी मंच पर ही कबीर सुमन और बादशाह में हुआ तू-तू मैं-मैं शांति व एकता का माहौल बनाने को संदेश देने आये थे बुद्धिजीवी कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रानीगंज और आसनसोल के वर्तमान हिंसा की स्थिति को देखते हुए आपस में मिल जुलकर रहने, हिन्दु-मुस्लिम के बीच एकता का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2018 5:08 AM
कॉन्फ्रेस के दौरान उलझ पड़े बुद्धिजीवी
मंच पर ही कबीर सुमन और बादशाह में हुआ तू-तू मैं-मैं
शांति व एकता का माहौल बनाने को संदेश देने आये थे बुद्धिजीवी
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रानीगंज और आसनसोल के वर्तमान हिंसा की स्थिति को देखते हुए आपस में मिल जुलकर रहने, हिन्दु-मुस्लिम के बीच एकता का संदेश देने और विभाजन की राजनीति को बंद करने का संदेश देने एक मंच पर आये बुद्धजीवियों में ही विवाद हो गया.
दरअसल, बुधवार को तृणमूल समर्थक बुद्धजीवियों की ओर से कोलकाता प्रेस क्लब में एकता व शांति के साथ ही विभाजन की राजनीति के खिलाफ एकजुट होकर एकता का संदेश देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था.
इसी दौरान बुद्धजीवी बादशाह और कबीर सुमन के बीच किसी एक विषय पर व्यक्तिगत विचार रखने के दौरान ही तू-तू मैं-मैं शुरू हो गया. बादशाह जब अपने व्यक्तिगत विषय पर कुछ विचार रख रहे थे, तभी अचानक वहां मौजूद कबीर सुमन ने खड़ा होकर विरोध किया. फिर दोनों के बीच काफी देर तक मंच पर ही बहस हुई. दोनों ही एक दूसरे के खिलाफ तीखे स्वर में टिप्पणी करने लगे. मंच पर विराजमान अन्य बुद्धजीवियों की मदद से मामले को रोका गया. यही नहीं इसी मंच पर कार्यक्रम के दौरान कबीर सुमन के कथन को समाजसेवी व बुद्धजीवी सुतापा बंद्योपाध्याय ने अपने शब्दों में कहे जाने पर उसी क्रम में ही एक बार और विवाद हो गया था.
मंच से ही उन्होंने सुतापा के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कुछ कहने से मना कर दिया. इस कार्यक्रम में शुभाप्रसन्ना, हुसैन रहमान, कल्याण रूद्र समेत अन्य कई बुद्धिजीवी भी मौजूद थे.

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