मटियाबुर्ज की घटना को लेकर भाजयुमो का प्रदर्शन

कोलकाता. विनोद दास की अपहृत नाबालिग बेटी को मटियाबुर्ज से निकाल कर उसके पिता को सौंपने की मांग पर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को भाजपा महिला मोर्चा के जुलूस के बाद गुरुवार को भाजपा युवा मोर्चा की ओर से श्यामबाजार में जुलूस निकाला गया और धरना प्रदर्शन किया गया. जुलूस श्यामबाजार स्थित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2018 1:18 AM
कोलकाता. विनोद दास की अपहृत नाबालिग बेटी को मटियाबुर्ज से निकाल कर उसके पिता को सौंपने की मांग पर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को भाजपा महिला मोर्चा के जुलूस के बाद गुरुवार को भाजपा युवा मोर्चा की ओर से श्यामबाजार में जुलूस निकाला गया और धरना प्रदर्शन किया गया. जुलूस श्यामबाजार स्थित ड्रीमलैंड नर्सिंग होम के पास से निकला और श्याबाजार पांचमाथा मोड़ पर पहुंचा, वहां पर कुछ देर परिक्रमा करने के बाद नेताजी सुुभाष चंद्र बोस की मूर्ति के पास भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष देवजीत सरकार अपने समर्थकों के साथ धरना पर बैठ गये.
उन्होंने कहा कि मटियाबुर्ज इलाके से एक नाबालिग को निकाल पाने में कोलकाता पुलिस पूरी तरह व्यर्थ है. इससे उसकी नीयत का पता चलता है. अगर कोलकाता की पुलिस इस मामले में खुद को अक्षम पाती है तो वह सीधे केंद्र से मदद मांगे. केंद्र सरकार उक्त नाबालिग की बरामदगी में पूरा सहयोग देगी. इस मौके पर भाजपा उत्तर कोलकाता के अध्यक्ष दिनेश पांडे व महामंत्री आशीष त्रिवेदी के अलावा भाजयुमो के उपाध्यक्ष सुनील सोनकर, महिला नेत्री रेणुका शर्मा और सीमा सिंह मौजूद थीं. इन लोगों ने भी कोलकाता पुलिस को उनकी नाकामी पर जमकर कोसा और कहा कि इस बात से साबित होता है कि महिलाओं के हित की बात करनेवाली पश्चिम बंगाल की महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कितनी पाक साफ है. वह इस नाबालिग की स्थिति से लगाया जा सकता है. इससे साफ होता है कि बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
क्या है मामला : तकरीबन नौ महिना पहले गार्डेनरीच इलाके से विनोद दास की बेटी लापता हुई थी. इसकी सूचना गार्डेनरीच थाने को दी गयी. पुलिस के सुस्त रवैये को देखते हुए विनोद ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां से अदालत ने पुलिस को लड़की की जल्द से जल्द बरामदगी का निर्देश दिया था. लड़की के पिता का दावा है कि उन्होंने पुलिस को मटियाबुर्ज के उस घर का पता व फोन नंबर भी मुहैया कराया था, जहां उसकी बेटी को रखा गया है. इसके बावजूद पुलिस कुछ नहीं कर पायी.

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