साधारण युवकों ने दिखायी असाधारण दरियादिली
मालदा : इन दिनों बुजुर्ग अपने ही परिवार में अलग थलग पड़ते जा रहे हैं. उपेक्षा से भरे माहौल से बचाव के लिये उन्हें कभी- कभी वृद्धाश्रम का सहारा लेना पड़ता है. लेकिन जब इन्हें मोहल्ले के नौजवानों ने तीर्थ भ्रमण का प्रस्ताव दिया तो उन्हें पहले तो सहसा अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ. […]
मालदा : इन दिनों बुजुर्ग अपने ही परिवार में अलग थलग पड़ते जा रहे हैं. उपेक्षा से भरे माहौल से बचाव के लिये उन्हें कभी- कभी वृद्धाश्रम का सहारा लेना पड़ता है. लेकिन जब इन्हें मोहल्ले के नौजवानों ने तीर्थ भ्रमण का प्रस्ताव दिया तो उन्हें पहले तो सहसा अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ. लेकिन जब यकीन हुआ तो उन्हें वह खुशी मिली जिससे वे लंबे समय से वंचित थीं.
उल्लेखनीय है कि पुरी भ्रमण का खर्च जुटाने वाले दसों युवकों में कोई दुकान का कर्मचारी है तो कोई लघु व्यवसायी तो कोई प्रावेट ट्यूटर. इन युवकों की एक दूसरे से पहचान सुबह की सैर के दौरान हुई और उन्होंने बातों ही बातों में बुजुर्ग महिलाओं के लिये पुरीधाम यात्रा करवाने की योजना बना डाली. हालांकि ये युवक अपने इस महत कार्य का प्रचार नहीं करवाना चाहते. फिर भी इस टोली में शामिल मिठुन दास, राजू स्वर्णकार और विश्वजित घोष ने बताया कि बुजुर्ग पुरुष महिलाओं के लिये आजकल उनके परिवारवालों के पास समय और धन दोनों का अभाव होता है.
इसलिये ये महिलाएं इस उम्र में तीर्थयात्राओं से वंचित हो जाती हैं जो उनका प्राप्य है. कई तो पारिवारिक उपेक्षा के चलते वृद्धाश्रम में रहने के लिये बाध्य हो जाती हैं. इसीलिये हम लोगों ने अपनी मेहतन की कमायी से पैसे बचाकर इन बूढ़ी महिलाओं की तीर्थयात्रा की व्यवस्था की है.
60 वृद्धाओं को पुरी भ्रमण के लिये किया रवाना
यह घटना मालदा शहर की है. शुक्रवार की शाम को दस युवकों ने 60 वृद्धाओं को मालदा टाउन स्टेशन से सीधे पुरीधाम के लिये ट्रेन से रवाना किया. पुरी जाने की खुशी इस दल में शामिल किरणवती लाहा (75), आभारानी दास (65), नारायणी रजक (77) के चेहरों से साफ झलक रही थी. उल्लेखनीय है कि सभी बुजुर्गों को पुरी धाम के दर्शन की अभिलाषा होती है. लेकिन आर्थिक, पारिवारिक और अन्य कारणों से वह ऐसा नहीं कर पाती हैं. लेकिन शहर के इन दस युवकों की टोली ने उनके लिये असंभव को भी संभव कर दिखाया.
क्या कहना है महिलाओं का
पुरीधाम की यात्रा का अवसर मिलने से बुजुर्ग महिलाएं बेहद खुश और उत्साहित दिख रहीं थीं. पुरी जाने के लिये मालदा टाउन स्टेशन आयी वृद्धा मतिहारी मंडल, रिनू साहा ने बताया कि तड़के वह सड़क पर सैर करने निकलती हैं. उसी समय कई युवकों ने उनसे कहा कि ठाकुरमां, हम लोग आप जैसी महिलाओं को पुरीधाम का भ्रमण कराना चाहते हैं. इस पर पहले तो वह इस अप्रत्याशित प्रस्ताव से घबरा गयीं. सोचा आज तक अपने घर में ही इतना सम्मान नहीं मिला जो यह युवक देने की बात कर रहा है. बाद में देखा गया कि उनकी तरह और वृद्धाओं को भी उन युवकों ने तलाशा और इस तरह से हमारी मंडली पुरी जाने के लिये तैयार हो गयी. वह पुरी के जगन्नाथ धाम जाकर भगवान से इन युवकों के उज्ज्वल भविष्य के लिये प्रार्थना करेंगी.