व्रात्य के रवैये से दुखी हैं शाओली मित्रा

कोलकाता : पश्चिम बंगाल बांग्ला अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देनेवालीं नाट्यकार शाओली मित्रा राज्य के मंत्री व्रात्य बसु के रवैये से बेहद दुखी हैं. अपने दुख का इजहार उन्होंने मीडिया के सामने किया. उन्होंने बताया कि बांग्ला अकादमी के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए उन्होंने पत्र लिखा था. लेकिन इतने दिन बीत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2018 12:36 AM
कोलकाता : पश्चिम बंगाल बांग्ला अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देनेवालीं नाट्यकार शाओली मित्रा राज्य के मंत्री व्रात्य बसु के रवैये से बेहद दुखी हैं. अपने दुख का इजहार उन्होंने मीडिया के सामने किया. उन्होंने बताया कि बांग्ला अकादमी के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए उन्होंने पत्र लिखा था. लेकिन इतने दिन बीत जाने के बावजूद व्रात्य बसु ने चुप्पी साधे रखी. इससे वह खुद को बेहद अपमानित महसूस कर रही हैं.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 से बांग्ला अकादमी के अध्यक्ष के रूप में शाओली कार्यरत थीं. अकादमी की बुनियादी सुविधाओं में सुधार के लिए उन्होंने पत्र लिखा था. लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. लिहाजा पिछले साल दिसंबर में वह अपना पद छोड़ने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. अपने पत्र में उन्होंने अपनी शिकायत का भी उल्लेख किया था. पत्र देने के तीन हफ्ते बाद भी उन्होंने कोई जवाब नहीं मिला. इसे देखते हुए उन्होंने अपना पद छोड़ने का मन बना लिया.
उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के सूचना व संस्कृति मंत्रालय के पास भेज दिया. उनका इस्तीफा देखते ही राज्य के मंत्री इंद्रनील सेन ने उनके साथ बात भी की. आठ जनवरी को राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से समस्या का समाधान हो गया है. लिहाजा शाओली मित्रा अपने पद पर बनी रहेंगी.
इस बाबत शाओली का कहना है कि वह दिसंबर में ही अपना इस्तीफा दे दी थीं. इसके बाद साक्षात्कार भी लिया गया. तब उन्होंने इस्तीफा देने के कारणों का स्पष्ट उल्लेख किया था और कहा था कि बुनियादी सुविधाओं के साथ ढांचागत सुधार की बेहद जरूरत है. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो काम करना संभव नहीं हो पायेगा. लेकिन उनकी बातों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
हालात जस के तस बने हुए हैं. हालांकि व्यक्तिगत रूप से मेरी किसी से कोई शिकायत नहीं है. सिर्फ पूरे मामले की जानकारी होने के बावजूद व्रात्य बसु की चुप्पी मुझे खल गयी और खुद को अपमानित महसूस करते हुए बेहद दुखी हूं.

Next Article

Exit mobile version