कोलकाता : सियालदह-बलिया एक्सप्रेस में बारातियों ने मचाया उत्पात
कोलकाता : यात्री सुरक्षा को लेकर लाख दावा करने के बाद भी आये दिन एेसी घटनाएं हो रही हैं, जो रेलवे की सुरक्षा के सारे दावों की पोल खोल कर रख देती हैं. शनिवार को ऐसी ही एक घटना से सियालदह-बलिया एक्सप्रेस के यात्री रूबरू हुए. सीट के नीचे सामान रखने को लेकर दो पक्षों […]
कोलकाता : यात्री सुरक्षा को लेकर लाख दावा करने के बाद भी आये दिन एेसी घटनाएं हो रही हैं, जो रेलवे की सुरक्षा के सारे दावों की पोल खोल कर रख देती हैं. शनिवार को ऐसी ही एक घटना से सियालदह-बलिया एक्सप्रेस के यात्री रूबरू हुए. सीट के नीचे सामान रखने को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट में दो लोग जख्मी हो गये. सियालदह-बलिया एक्सप्रेस में ट्रेन में सवार बारातियों के एक दल ने एक परिवार के साथ दुर्व्यवहार ही नहीं किया, बल्कि उन्होंने उनके साथ ट्रेन में चढ़ाने आये परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी जमकर मारपीट की.
पूरे घटना क्रम में यात्रियों ने एक बार ट्रेन की चेन भी खींची, जिसके कारण ट्रेन कुछ मिनट विलंब से रवाना हुई. पीड़ित परिवार ने घटना के खिलाफ सियालदह जीआरपी थाने में मारपीट और महिला के साथ बदतमीजी करने की शिकायत दर्ज करायी है. घटना के बाद ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों में भय व आतंक का माहौल बन गया. घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन पर तैनात आरपीएफ कर्मचारी ट्रेन की एस-2 बोगी में पहुंचे और दोनों पक्षों को शांत कराया, जिसके बाद ट्रेन रवाना हो सकी.
उक्त घटना सियालदह-बलिया एक्सप्रेस ट्रेन के एस-2 बोगी में घटी. मिली जानकारी के कोलकाता के बेलिंगटन मार्केट एरिया में रहनेवाले दिलीप शर्मा अपने रिश्तेदार दीपक शर्मा के साथ शनिवार को पत्नी लालमती देवी, दो बेटियों, एक बेटा और पिता भृगुनाथ शर्मा को सियालदह-बलिया एक्सप्रेस में चढ़ाने के लिए सियालदह स्टेशन पहुंचे थे.
उनकी सीट एस -2 बोगी में 64 और 55 थी. ट्रेन के नौ-बी प्लेटफॉर्म पर लगते ही दिलीप अपने परिवार के साथ ट्रेन में सवार हुए. वह अपना सामान रख रहे थे कि तभी बगल की सीट पर बैठे विवाह में शामिल होने जा रहे बारातियों के साथ उनकी बहस हो गयी, जो मारपीट तक पहुंच गयी.
दीपक के अनुसार, उनके साथ मारपीट करनेवाले सभी लोग शराब पी रखे थे. बात इतनी बढ़ी की दोनों पक्षों में हाथापाई की नौबत आ गयी. जीआरपी में शिकायत दर्ज करनेवाले दीपक शर्मा ने बताया कि उन लोगों ने उनकी सीट के नीचे रखे सामान हटाने लगे, जिसका उनकी पत्नी लालमती देवी ने विरोध किया था. इतने में देखते-देखते 15 से 20 लोग आ गये और उनकी पत्नी से बदतमीजी करने लगे.
दीपक ने बताया कि उन लोगों ने उसकी पत्नी की छाती में धक्का दे दिया. उनका आरक्षण छपरा स्टेशन तक का था. दीपक कुमार का आरोप था कि उनके बार-बार कहने के बाद भी जीआरपी ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. मात्र शिकायत दर्ज कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की.