कोलकाता : इंसानों की तरह किया गया इस पातलू जानवर का श्राद्ध कर्म
हावड़ा : हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार विधिवत श्राद्ध-कर्म, भोज आैर अंत में नियम भंग भी, लेकिन यह किसी इंसान के लिए नहीं, बल्कि डब्ल्यू (स्वान) के लिए. 16 अप्रैल को डब्ल्यू की मौत से पूरा परिवार सदमे में है. रोने की आवाज अब भी सुनायी दे रही है. परिवार के सारे सदस्य वेदना में हैं. […]
हावड़ा : हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार विधिवत श्राद्ध-कर्म, भोज आैर अंत में नियम भंग भी, लेकिन यह किसी इंसान के लिए नहीं, बल्कि डब्ल्यू (स्वान) के लिए. 16 अप्रैल को डब्ल्यू की मौत से पूरा परिवार सदमे में है. रोने की आवाज अब भी सुनायी दे रही है. परिवार के सारे सदस्य वेदना में हैं. किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि डब्ल्यू अब उनके बीच नहीं है. डब्ल्यू से परिवार के सारे सदस्यों को इतना लगाव था कि उसकी मौत के बाद घर के पास ही उसे दफनाया गया.
पुजारी ने पूजा पाठ किया. श्राद्ध की विधि संपन्न के बाद भोज भी हुआ, जिसमें परिवार के सभी सदस्य पहुंचे. घटना बागनान के एनडी ब्लॉक की है. शांतनु बेरा ने कहा कि 15 साल पहले छोटी बहन स्वाति जब माध्यमिक की परीक्षी दे रही थी तो अच्छे रिजल्ट से पास करने के लिए मैंने उससे एक वायदा किया था. मैंने कहा था कि मार्क्स अच्छे आने पर स्पेनिल कुत्ता खरीद कर देंगे.
स्वाति ने वायदा निभाया था आैर मैंने एक छोटा सा स्पेनिल खरीद कर दिया. 15 साल बीत गये. तीन दिन पहले 16 अप्रैल को डब्ल्यू की मौत हो गयी. परिवार के सारे लोग टूट गये. परिवार के लोगों ने फैसला लिया कि सब कुछ उसी तरह किया जायेगा, जैसे इंसान की मौत के बाद किया जाता है. श्राद्ध-कर्म के बाद लोगों को खिलाया गया.
खाने में पूड़ी, चना दाल, मटर पनीर की सब्जी, चटनी, पापड़ आैर दो तरह की मिठाइयां थी. इस भोज में इलाके के सारे कुत्ते भी शरीक हुए. रात को नियम भंग किया गया. रात के खाने में डब्ल्यू का प्रिय भोजन मांस आैर भात बनाया गया आैर लोगों को खिलाया गया.