कोलकाता :कोलकाता शहर के नारकेलडांगा इलाके में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति तोड़ दी गयी. बुधवार रात को मूर्ति क्षतिग्रस्त किया गया है. जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को मिली तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी. पुलिस ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दे दिये हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है लेकिन अबतक यह पता नहीं चल पाया कि इसमें किन लोगों का हाथ है.
कोलकाता में कुछ महीने पहले डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा भी तोड़ी गयी थी इस मामले में कार्रवाई हुई थी और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत के तुरंत बाद यह सिलसिला शुरू हो गया था. त्रिपुरा में लेनिन की मूर्तियों को दो स्थानों पर तोड़ा गया. इसके बाद तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़ी गयी.
बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के मंत्री शोभनदेव चटोपाध्याय ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़े जाने की निंदा की थी. उन्होंने कहा था हम किसी एक मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में किसी अन्य मूर्ति तोड़े जाने का समर्थन नहीं करते हैं. इन घटनाओं से परेशान होकर केंद्र सरकार ने सुरक्षा कड़ी कर दी थी. गृहमंत्री ने इस पूरे घटनाक्रम पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की थी. इन बढ़ती घटनाओं का असर था कि अबेंडर की मूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए उसे सलाखों में बंद कर दिया गया था.