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रक्तरंजित चुनाव होने की आशंका : विमान

कोलकाता : इस बार पंचायत चुनाव में निर्विरोध सीटों की संख्या करीब 34 प्रतिशत है. गत पंचायत चुनाव में यह आंकड़ा करीब 10 प्रतिशत था. ऐसा तभी संभव हो पाया, जब माकपा व अन्य वामपंथी दलों के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने में बाधा दी गयी. नामांकन पत्र वापस लेने के लिए उनपर हमले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2018 2:23 AM
कोलकाता : इस बार पंचायत चुनाव में निर्विरोध सीटों की संख्या करीब 34 प्रतिशत है. गत पंचायत चुनाव में यह आंकड़ा करीब 10 प्रतिशत था. ऐसा तभी संभव हो पाया, जब माकपा व अन्य वामपंथी दलों के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने में बाधा दी गयी. नामांकन पत्र वापस लेने के लिए उनपर हमले हुए, धमकी दी गयी.
करीब 452 माकपा नेता व कार्यकर्ता हमले के शिकार हुए. तमाम मुद्दों को लेकर माकपा की ओर से राज्य चुनाव आयोग के समक्ष 109 शिकायतें की गयीं, लेकिन फायदा नहीं हुआ. जब नामांकन पत्र दाखिल को केंद्र कर राज्यभर में ऐसी हिंसक घटनाएं अंजाम दी जा सकती हैं, तो क्या पंचायत चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण हो पायेगा? इस बार पंचायत चुनाव ऐतिहासिक होगा. ऐसा इसलिए कि आशंका बनी हुई है कि इस बार पंचायत चुनाव रक्तरंजित होगा. ये बातें राज्य में वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बसु ने गुरुवार को कहीं.
वह कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने पंचायत चुनाव में पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाये हैं. अन्य मुद्दे पर उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और भाजपा की ओर से धर्म के नाम पर प्रतियोगिता हो रही है और इससे सांप्रदायिक शक्तियों और विभेद की राजनीति को बल मिल रहा है. राज्य में तृणमूल कांग्रेस की मदद से ही भाजपा अपना पैर पसार रही है. आरएसएस का गढ़ मजबूत हो रहा है.
माकपा और भाजपा के बीच तालमेल होने के आरोपों पर श्री बसु ने कहा कि वाम-राम एक नहीं हो सकते. भाजपा और माकपा के बीच कभी भी किसी स्तर पर तालमेल संभव नहीं है. भाजपा और माकपा नेताओं के साथ देखे जाने से संबंधित प्रश्न पर वामपंथी नेता ने कहा कि माकपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि माकपा का कोई भी नेता या कार्यकर्ता तालमेल करेगा, तो पार्टी लाइन के अनुसार उनपर कार्रवाई होगी. उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जायेगा.
पूर्व वाममोर्चा सरकार के सत्ता में रहने के दौरान हुए पंचायत चुनाव में भी कई जगहों पर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों पर हुए कथित हमले के प्रश्न पर श्री बसु ने कहा कि उक्त घटनाओं के बाद पार्टी की ओर से की गयी कार्रवाई के बारे मेें भी जानने की जरूरत है. किसी भी अप्रिय और संदिग्ध गतिविधियों मेें लिप्त पाये जानेवाले पार्टी के कार्यकर्ताओं से माकपा ने कोई नाता नहीं रखा है और ना ही रखेगी.

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