बंगाल पंचायत चुनाव : मतदान में हिंसा में मृत लोगों के परिजनों को मुआवजा

कोलकाता : पंचायत चुनाव में मतदान के िदन मारे गये लोगों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा. इसके अलावा, मतदान प्रक्रिया के दौरान मारे गये प्रीसाइडिंग ऑफिसर राजकुमार राय के परिजन को भी पांच लाख रुपये का मुआवजा व अधिकारी की पत्नी को सरकारी नौकरी दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 9:02 AM
कोलकाता : पंचायत चुनाव में मतदान के िदन मारे गये लोगों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा. इसके अलावा, मतदान प्रक्रिया के दौरान मारे गये प्रीसाइडिंग ऑफिसर राजकुमार राय के परिजन को भी पांच लाख रुपये का मुआवजा व अधिकारी की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जायेगी. यह जानकारी शुक्रवार को राज्य सचिवालय नवान्न की ओर से दी गयी .
इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को ही राज्य सचिवालय से निकलते वक्त कहा था कि पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मारे गये लोगों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजा दिया जायेगा.
शुक्रवार को मुअावजे की राशि की घोषणा की गयी. मुख्यमंत्री ने रायगंज में मारे गये प्रीसाइडिंग अधिकारी राजकुमार राय की पत्नी से फोन पर बात की और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनके साथ है. उन्हें हर संभव मदद करने को तैयार है. उल्लेखनीय है कि राजकुमार राय, उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज में सोनापुर प्राथमिक विद्यालय के 48 नंबर बूथ पर ड्यूटी पर तैनात थे.
राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव के मतदान के िदन हिंसा में मारे गये 14 लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. गौरतलब है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में कहा था कि मतदान के िदन हिंसा में मारे गये कुल लोगों में से 10 तृणमूल कांग्रेस के समर्थक हैं.
पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जबरदस्त जीत
कोलकाता : राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पंचायत चुनावों में 80 फीसदी से अधिक सीटें अपनी झोली में डालने के साथ ही जबरदस्त जीत दर्ज की है. वहीं, भाजपा ने दूसरा स्थान हासिल किया है.
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा शुक्रवार को मिली रिपोर्ट के अनुसार जिला परिषद की 621 सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 522 सीटों पर कब्जा जमाया है और वह 36 सीटों पर आगे चल रही है. उन्होंने बताया कि भाजपा ने जिला परिषद की 22 सीटों पर जीत दर्ज की है और वह एक पर आगे है. भाजपा ने पुरुलिया (नौ), मालदा ( छह ), झाड़ग्राम (तीन), अलीपुद्वार (1), नदिया (दो) और उत्तर दिनाजपुर (एक) जिले में जिला परिषद की सीटें हासिल की है.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने मालदा जिले में जिला परिषद की दो सीटें जीती है और वह दो अन्य सीटों पर आगे चल रही है. माकपा ने जिला परिषद में अभी तक खाता नहीं खोला है, हालांकि उसे तीन सीटों पर बढ़त है. निर्दल उम्मीदवारों ने दो सीटें जीती है. गत गुरुवार को हुए मतगणना को लेकर पूरी रिपोर्ट एकत्रित करने की प्रक्रिया राज्य चुनाव आयोग कार्यालय में शुक्रवार देर शाम तक जारी रही.
अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि इन नतीजों से अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी मजबूत होगी, क्योंकि आम चुनाव से पहले पंचायत चुनाव राज्य में हुआ आखिरी चुनाव है. तृणमूल कांग्रेस ने अभी तक पंचायत समिति की 4,888 सीटों को जीतकर अन्य दलों को दौड़ से बाहर कर दिया और वह 30 अन्य सीटों पर आगे चल रही है. भाजपा ने 756 सीटें जीती और आठ सीटों पर बढ़त बनायी हुई है. निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि माकपा ने पंचायत समिति की 111 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस ने 131 सीटें जीती हैं. निर्दलीय प्रत्याशियों ने पंचायत समिति की 114 सीटों पर जीत दर्ज की है. सत्तारूढ़ पार्टी का ग्राम पंचायतों में भी दबदबा कायम है. उसने ग्राम पंचायत की 21,110 सीटों पर जीत दर्ज की और 29 अन्य सीटों पर बढ़त बना रखी है.
भाजपा ने 5,747 सीटें जीती और वह 12 सीटों पर आगे चल रही है. प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में यह पहली बार है कि पार्टी ने राज्य के हर जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर सीटें जीती हैं. सूत्रों ने बताया कि ग्राम पंचायत सीटों पर वाममोर्चा इस बार चौथे नंबर पर खिसक गया है. मोर्चा का घटक दल माकपा के उम्मीदवार निर्दल उम्मीदवारों की संख्या से कम दिख रहे हैं. वर्ष 2013 में हुए पंचायत चुनावों में उसने दूसरा स्थान हासिल किया था. माकपा ने 1,477 ग्राम पंचायत सीटें जीती हैं और वह चार सीटों पर आगे चल रही है. कांग्रेस 1,062 सीटें जीती है और तीन पर आगे चल रही है. यह संख्या निर्दलीयों द्वारा जीती गयी सीटों से भी कम है. निर्दलीय प्रत्याशियों ने 1,830 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल की है और तीन सीटों पर आगे चल रहे हैं.
जिला परिषद : 10 जिलों में विपक्ष का सूपड़ा साफ
जिला परिषद में तृणमूल कांग्रेस का दबदबा कायम है और उसने 10 जिलों में विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया है. सत्तारूढ़ पार्टी ने जलपाईगुड़ी, दक्षिण दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हुगली, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व बर्दवान और पश्चिम बर्दवान जिलों में सूपड़ा साफ कर दिया है.
पंचायत चुनाव में मुख्य विरोधी दल के रूप में उभरी भाजपा
भाजपा का कहना है कि पंचायत चुनाव में पार्टी मुख्य विपक्षी के रूप में उभरी है. इससे पार्टी का मनोबल बढ़ेगा. भाजपा के राज्य महासचिव सायंतन बसु ने कहा: बहुत ज्यादा हिंसा के बावजूद हमने ग्राम पंचायत में 5,000 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की. अगर चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष होते, तो हम पंचायत के सभी तीन स्तरों पर 50 फीसदी सीटें जीतते.

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