अब सैटेलाइट फोन का उपयोग करेंगी मुख्यमंत्री
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का फोन में अब नेटवर्क की समस्या नहीं होगी, उनका फोन अब हमेशा ही नेटवर्क में रहेगा. क्योंकि वह अब स्मार्ट फोन की बजाय सैटेलाइट फोन का प्रयोग करेंगी. प्राकृतिक आपदा के समय टेलीफोनिक व्यवस्था ठप हो जाती है और उस समय यह अत्याधुनिक फोन काफी कार्यकर […]
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का फोन में अब नेटवर्क की समस्या नहीं होगी, उनका फोन अब हमेशा ही नेटवर्क में रहेगा. क्योंकि वह अब स्मार्ट फोन की बजाय सैटेलाइट फोन का प्रयोग करेंगी. प्राकृतिक आपदा के समय टेलीफोनिक व्यवस्था ठप हो जाती है और उस समय यह अत्याधुनिक फोन काफी कार्यकर साबित होता है. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गंगासागर मेला में सैटेलाइट फोन का प्रयोग कर इसके नेटवर्क की जांच की गई थी.
जानकारी के अनुसार, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान पीड़ितों तक तत्काल हर संभव सराकारी मदद पहुंचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर जुड़े होने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल करने का फैसला किया है. अब तक राज्य प्रशासन (आपदा विभाग) ने इस तरह के 16 सेटेलाइट फोन खरीदे हैं तथा जल्द ही एक सेटेलाइट फोन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंपा जाएगा. राज्य सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार, नवान्न में आपदा प्रबंधन विभाग ने सेटेेलाइट फोन के इस्तेमाल से एक अलग कंट्रोल रूप बनाया जा रहा है.
साथ ही डिश एंटिना भी लगाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा एक-एक सेटेलाइट, फोन मुख्य सचिव, गृह सचिव व डीजीपी के पास भी रहेगा, जो किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में आपदा प्रबंधन विभाग संग लगातार संपर्क रख सकेंगे, क्योंकि ऐसी स्थिति में सामान्य नेटवर्किंग्स काम नहीं भी कर सकते हैं.
सेटेलाइट फोन की विशेषता : सेटेलाइट फोन आम नेटवर्किग्स के बजाय सीधे-सीधे उपग्रह(सेटेलाइट) से जुड़ा होता है. किसी भी प्राकृतिक आपदा का इन पर आम तौर पर असर नहीं पड़ता तथा ये काम करते हैं. इनके लिए डिश या एंटिना की जरुरत नहीं होती. अभी तक देश में केवल बीएसएनएल ही सेटेलाइट फोन सेवा प्रदान करता है. इसकी सबसे बड़ी खुबी यह है कि ये जमीन, जल व हवा यहां तक की प्लेन(हवाई जहाज) में समान रूप से अप्रभावित तरीके से काम करते हैं. एक सेटेलाइट फोन की कीमत लगभग 70 हजार रुपए होती है.