पानी पर जम कर हंगामा, वामो का वॉकआउट

कोलकाता : नगर निगम के मासिक अधिवेशन में पेयजल को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कार्यवाही के दौरान ही वाम पाषर्दों ने पानी की कमी को मुद्दा बनाकर सदन से वॉकआउट किया और बाहर नारेबाजी भी की. मेयर शोभन को ‘जलशोभन’ भी कहा. गौरतलब है कि महानगर के 12 वार्ड पानी की कमी से जूझ रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2018 2:25 AM
कोलकाता : नगर निगम के मासिक अधिवेशन में पेयजल को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कार्यवाही के दौरान ही वाम पाषर्दों ने पानी की कमी को मुद्दा बनाकर सदन से वॉकआउट किया और बाहर नारेबाजी भी की. मेयर शोभन को ‘जलशोभन’ भी कहा. गौरतलब है कि महानगर के 12 वार्ड पानी की कमी से जूझ रहे हैं. गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच पानी की कमी से लोग बेहाल हैं.
क्या है मामला
दरअसल वामपंथी पार्षद मृत्युंजय चक्रवर्ती दक्षिण कोलकाता में जल संकट पर एक प्रस्ताव सदन के पटल पर रखा था. उन्होंने अपने इस प्रस्ताव में मेयर शोभन चटर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेयर महानगर के कुछ हिस्सों में 12 तथा कुछ हिस्सों में 24 घंटे जलापूर्ति के वादे करते रहे हैं, लेकिन सच तो यह है कि इस भीषण गरमी में दक्षिण कोलकाता के कई वार्डों को जल संटक से जूझना पड़ रहा है. वहीं कई वार्डों की जलापूर्ति व्यवस्था डीप ट्यूबवेल पर निर्भर है.
इन वार्डों में पेयजल की कमी
श्री चक्रवर्ती ने बताया कि दक्षिण कोलकाता के 81, 89, 91,92,93,94, 95,96, 97,98,99,100 वार्ड पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं.
क्या कहना है वाम पार्षद का
श्री चक्रवर्ती ने कहा कि भू-गर्भ का जल स्तर गिरता जा रहा है. इस परिस्थित मेें बिग डायर या डीप ट्यूबवेल कार्य नहीं कर पा रहा है. 99 नंबर वार्ड में बिग डायर ट्यूबवेल खराब पड़ा है. हालांकि की निगम द्वारा उक्त वार्डों में पानी टैंकर भेजे जा रहे हैं. इसके बाद भी इन इलाकों के लोग जल संटक से जूझ रहे हैं. वहीं रमजान का महीना भी चल रहा है. वाम पार्षद के इस प्रस्ताव पर नौ पार्षदों ने अपने अपने विचार रखे. विपक्षी पार्षदों ने जहां इस प्रस्ताव का समर्थन किया. सत्ता पक्ष ने इसका पुरजोर विरोध किया. वहीं इस प्रस्ताव पर जब मेयर शोभन चटर्जी ने बोलना शुरू किया तो वाममोरचा के पार्षद वॉकआउट कर सदन से बाहर निकल गये. मेयर के भाषण के दौरान पार्षदों ने सदन के बाहर नारेबाजी की.
विरोधी केवल विरोध करना ही जानते हैं : मेयर
मेयर शोभन चटर्जी ने उक्त प्रस्ताव के जवाब में कहा कि विरोधियों को केवल विरोध ही करना आता है. उन्होंने दो टूक कहा कि महानगर के किसी वार्ड में पेयजल की समस्या नहीं है. मेयर ने कहा कि 100 करोड़ रुपये की लागत से महानगर के गार्डेनरीच में 10 मिलियन गैलन झमता वाले वाटर रिजर्वर को तैयार किया जा रहा है. वहीं जलापूर्ति व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए तारातल्ला से टालीगंज सर्कुलर रोड तक पाइप लाइन बिछायी जा रही है. जिससे पानी की समस्या के जल्द से सुलझ जायेगी और गर्मी में लोगों को ठीक तरह पानी मिलेगा.

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