कोलकाता : बेटी को स्कूल की ओर से जर्मनी जाना है. वीजा के लिए जरूरी दस्तावेजों पर पिता हस्ताक्षर नहीं क रहे. इसके विरोध में बेटी की मां रत्ना देवी कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चट्टोपाध्याय के घर के बाहर धरना पर बैठ गयीं. उन्होंने कहा कि जब तक तृणमूल नेता और कोलकाता के मेयर उनकी बेटी के जर्मनी जाने के लिए जरूरी दस्तावेजों पर दस्तखत नहीं करेंगे, वह नहीं हटेंगी.
दरअसल, रत्ना देवी मेयर की पूर्व पत्नी हैं. दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा है. शोभन इन दिनों रत्ना से अलग रहते हैं. इसलिए वह दस्तावेजों पर दस्तखत नहीं क रहे हैं. हालांकि, अलीपुर कोर्ट का निर्देश है कि जब तक अंतिम तौर पर तलाक नहीं हो जाता, तब तक शोभन चट्टोपाध्याय को बच्चे के अभिभावक की तमाम जिम्मेदारियां निभानी पड़ेंगी.
कोर्ट ने यह भी कहा है कि यदि शोभन ऐसा नहीं करते हैं, तो रत्ना देवी खुद अभिभावक के रूप में उन आवेदनों पर दस्तखत कर सकती हैं. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पत्नी रत्ना के साथ शोभन चटर्जी के रिश्ते लंबे अरसे से खराब चल रहे हैं. उन्होंने गत वर्ष नवंबर में रत्ना से तलाक की अर्जी कोर्ट में दाखिल की. रत्ना के खिलाफ थाना भी शिकायत दर्ज करवा चुके हैं कोलकाता के मेयर.