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नरेंद्र मोदी और शेख हसीना ने शांतिनिकेतन में विभिन्न मुद्दों पर की चर्चा, रोहिंग्या की म्यांमार वापसी पर हुई सहमति
शांतिनिकेतन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की उनकी समकक्ष शेख हसीना ने क्षेत्र की सुरक्षा और राजनीति समेत कई मुद्दों पर आज चर्चा की. बांग्लादेश उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश भवन के उद्घाटन के बाद वहां दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक भेंटवार्ता चली. बांग्लादेश के मोहम्मद शहरियार आलम […]
शांतिनिकेतन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की उनकी समकक्ष शेख हसीना ने क्षेत्र की सुरक्षा और राजनीति समेत कई मुद्दों पर आज चर्चा की. बांग्लादेश उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश भवन के उद्घाटन के बाद वहां दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक भेंटवार्ता चली.
बांग्लादेश के मोहम्मद शहरियार आलम ने संवाददाताओं से कहा : वैसे मैं इस बैठक में मौजूद नहीं था, लेकिन हम कह सकते हैं कि द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई. इस क्षेत्र की सुरक्षा और राजनीति से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों की म्यांमार वापसी के संबंध में बांग्लादेश और भारत की एक जैसी राय है. उनका इशारा शरणार्थियों पर हसीना की टिप्पणियों की ओर था, जो फिलहाल बांग्लादेश में हैं.
आलम ने कहा : बांग्लादेश भारत के प्रति आभारी है, क्योंकि दोनों देशों की एक जैसी राय है, खासकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने म्यामां की यात्रा के बाद उनके द्वारा दिये गये आश्वासन के संदर्भ में. सुषमा स्वराज ने रोहिंगया शरणार्थियों की सुरक्षित एवं मर्यादापूर्ण वापसी के संबंध में भारत की राय प्रकट की थी.
हसीना ने अपने भाषण में कहा था कि कॉक्स बाजार में शरण लिये बड़ी संख्या में रोहिंग्यों के साथ बांग्लादेश अपना भोजन भी साझा करने के लिए तैयार है लेकिन म्यामां को उन्हें वापस लेना चाहिए. जब आलम से पूछा गया कि क्या बांग्लादेश रोहिंग्या मुद्दे का हल करने के लिए संयुक्त प्रणाली तथा म्यामां पर दबाव डालने पर विचार कर रहा है, आलम ने कहा कि ऐसी कोई प्रणाली नहीं है.
जब उनसे तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे पर चर्चा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा : हमारी प्रधानमंत्री ने कहा था कि चर्चा के माध्यम से इन मुद्दों को हल किया जा सकता है और हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है. इस मुद्दे पर ट्रैक टू डायलॉग पहले से ही चल रहा है.
जोड़ासांकू में भावुक हुईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना
कोलकाता : विश्वभारती के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने के तुरंत बाद कोलकाता पहुंची बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जाड़ासांकू ठाकुरबाड़ी का भ्रमण करने पहुंची.
यहां पर उनका स्वागत करने के लिए प्रदेश को दो मंत्री फिरहाद हकीम और ब्रात्य बसु के साथ विश्वविद्यालय के अधिकारी मौजूद थे. उन्होंने विश्वविद्यालय के संग्रहालय को भी देखा. यहां विश्वविद्यालय की परंपरा के मुताबिक उनका स्वागत किया गया, जिसके बाद वह बेहद भावुक हो गयीं.
उन्होंने बातचीत के क्रम में वहां मौजूद लोगों को बताया कि गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर से वह अपने पिता बंगबंधु मुजीबुर रहमान के कारण ज्यादा निकट हुईं, क्योंकि वह रवीद्र साहित्य तो पढ़ते ही थे. उनके कविताओं का पाठ भी करते थे.
उन्होंने बताया कि उस वक्त आंदोलन के कारण उनका ज्यादा वक्त जेल में ही गुजरता था. जब वह लोग दो दिन का सफर तय करके जेल में मिलने उनके पास जाते थे तो वह रवींद्र नाथ की कविता का पाठ करते हुए उनलोगों को सुुनाते थे. उनकी वजह से ही रवींद्रनाथ के प्रति जुड़ाव शुरू हुआ और आज यहां आकर बेहद खुशी महसूस हो रही है.
तस्वीर भेंट करने के लिए तोड़ा प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा
विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रवींद्रनाथ टैगोर की तस्वीर भेंट करने के लिये एक व्यक्ति ने उनके सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया. दीक्षांत समारोह के समापन की घोषणा के बाद जब मोदी मंच से जा रहे थे तो एक व्यक्ति उन्हें तस्वीर भेंट करने के लिये अचानक वहां पहुंच गया. प्रधानमंत्री ने तस्वीर ले ली और उसे अपने सुरक्षाकर्मी को सौंप दी. एसपीजी कर्मियों ने उस व्यक्ति को पकड़ा और उसे मंच से हटा दिया.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तब तक मंच से जा चुकी थीं. विशिष्ट अतिथियों के आगमन के मद्देनजर शांतिनिकेतन में बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गयी थी. संपर्क किये जाने पर विश्वभारती की कार्यवाहक कुलपति सबुजकली सेन ने बताया कि मैंने घटना को देखा. तब मैं मंच पर मौजूद थी. मैं उस व्यक्ति को नहीं जानती. पुलिस ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है.
कोलकाता : आइसीसी के प्रतिनिधिमंडल ने की शेख हसीना से मुलाकात
कोलकाता : इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने उद्योगपति संजय बुधिया के नेतृत्व में शुक्रवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की. जिसमें ढाका के भारत-बांग्लादेश चेंबर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से अध्यक्ष मतलुब अहमद भी शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को और भी मजबूत बनाने पर चर्चा की. गौरतलब है कि भारत सार्क देशों में बांग्लादेश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.
वर्तमान में भारत से बांग्लादेश को 660 मेगावाट बिजली की अापूर्ति की जा रही है. इसके अलावा जूट, टेक्सटाइल, सेरेमिक व अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच व्यवसाय की भारी संभावना है. इसके साथ ही सांस्कृतिक आदान-प्रदान के द्वारा भी दोनों देशों के बीच संबंधों को आयाम दिया जा सकता है.
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