माओवादियों की धमकी भरी चिट्ठी ने फैला दी सनसनी

कोलकाता : कोलकाता से महज 30-35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तर 24 परगना के गारुलिया में माओवादियों की धमकी भरी चिट्ठी ने सनसनी फैला दी. माओवादियों ने यह चिट्ठी गारुलिया नगरपालिका के चेयरमैन और विधायक सुनील सिंह को भेजी है. इसमें लिखा है कि अगर ठेकेदारों का बकाया रुपया नहीं दिया गया तो गारुलिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2018 4:29 AM
कोलकाता : कोलकाता से महज 30-35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तर 24 परगना के गारुलिया में माओवादियों की धमकी भरी चिट्ठी ने सनसनी फैला दी. माओवादियों ने यह चिट्ठी गारुलिया नगरपालिका के चेयरमैन और विधायक सुनील सिंह को भेजी है. इसमें लिखा है कि अगर ठेकेदारों का बकाया रुपया नहीं दिया गया तो गारुलिया से सिंह परिवार का अस्तित्व खत्म हो जायेगा. सुनील सिंह ने स्थानीय नोआपाड़ा थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी है. खुफिया विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मालूम हो कि नोआपाड़ा के विधायक सुनील सिंह गत एक सप्ताह से किसी काम से बाहर गये थे. रविवार रात लौटने पर माओवादियों का पत्र उन्हें मिला. पत्र स्पीडपोस्ट से भेजा गया था. उसमें बांग्ला भाषा में काली स्याही से लिखा था कि पुराने ठेकेदारों को बकाया भुगतान करना होगा और उन्हें सही से काम देना होगा. आगे लिखा है अगर ठेकेदारों का बकाया रुपया नहीं दिया गया तो गारुलिया के सभी तृणमूल नेताओं को खत्म कर दिया जायेगा.
पत्र में यह भी लिखा है कि बकाया नहीं देने पर गारुलिया में सिंह परिवार बोल कर कुछ भी नहीं रहेगा. वे जितना भी पुलिस की सुरक्षा लेकर घूमें माओवादियों को उन्हें खत्म करने में पांच मिनट भी नहीं लगेगा.उल्लेखनीय है कि इसी प्रकार का पत्र गारुलिया नगरपालिका के उपचेयरमैन सुब्रत मुखर्जी, 13 वार्ड के पार्षद मोनालिसा सरकार और सुनील सिंह के निजी सचिव अनिल साव को भी भेजा गया है.
इस मामले में विधायक सुनील सिंह ने कहा कि नगरपालिका में ठेकेदारों की कोई बड़ी रकम बकाया नहीं है. किसी-किसी का 10-20 हजार रुपया बाकी होगा, लेकिन इतना रुपया किसी का भी बाकी नहीं है कि वह इसके लिए जान से मारने की धमकी दे. सुनील सिंह ने कहा : मुझे ऐसा लगता है कि इस पत्र का माओवादियों से कोई लेना-देना नहीं है. कोई माओवादी के नाम पर इस तरह की धमकी दे रहा है. गारुलिया में माओवादियों का कोई अस्तित्व नहीं है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने इस संबंध में कुछ भी कहने इंकार किया है. हालांकि पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि इसे कोलकाता के एसएन बनर्जी इलाके के किसी डाकखाने से भेजा गया है. पत्र के इन‌वेलप पर सीपीआइ (एलएम) लिखा है.

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