सफेद कपड़ों में वो कौन ?
कोलकाता : महानगर के एक प्रसिद्ध जेल में इन दिनों जेल के कर्मी तलाशी अभियान में व्यस्त हैं. यह तलाशी किसी लापता कैदी को ढूंढ़ने को लेकर नहीं, यह तलाशी किसी खोये वस्तू को लेकर नहीं, बल्कि यह तलाशी एक अनजान साये को ढूंढ़ने के लिए चलायी जा रही है. घटना महानगर के प्रेसिडेंसी जेल […]
कोलकाता : महानगर के एक प्रसिद्ध जेल में इन दिनों जेल के कर्मी तलाशी अभियान में व्यस्त हैं. यह तलाशी किसी लापता कैदी को ढूंढ़ने को लेकर नहीं, यह तलाशी किसी खोये वस्तू को लेकर नहीं, बल्कि यह तलाशी एक अनजान साये को ढूंढ़ने के लिए चलायी जा रही है. घटना महानगर के प्रेसिडेंसी जेल के अंदर दो दिन पहले देर रात 1.30 बजे की है.
जेल सूत्र बताते हैं कि अलीपुर प्रेसिडेंसी जेल के अंदर छह नंबर टावर में जेल के सुरक्षाकर्मी ड्यूटी कर रहे थे. अचानक उन्होंने सामने जेल अस्पताल के उपर छत पर किसी अनजान साये को सफेद कपड़े में घूमते हुए देखा. शुरुआत में उन्हें खुद की नजरों में यकीन नहीं हुआ. इसके कारण वॉकीटॉकी में दूसरे टावर में ड्यूटी कर रहे अन्य सुरक्षाकर्मी को इसकी खबर दी गयी.
जेल सूत्र बताते हैं कि जिसके बाद उसने भी छत पर सफेद कपड़ों में किसी साये को घूमते देखा. इसके बाद टावर के नीचे केश टेबल की ड्यूटी कर रहे कुछ जेलकर्मियों को इसकी खबर दी गयी. उन कर्मियों को शुरु में लगा कि जेल के अंदर कोई कैदी सफेद कपड़ों में भागने की कोशिश कर रहा है. इसकी सूचना जेल के अधीक्षक, ड्यूटी ऑफिसर, रिजर्व फोर्स के अधिकारी को दी गयी.
कुछ ही देर में सभी एक साथ जेल के एआइजी के साथ वहां पहुंचे और पूरे जेल के कोने-कोने में उस सफेद लिवास में घूम रहे व्यक्ति को तलाशा गया. चार से पांच घंटे की तलाशी के बावजूद वहां कोई नहीं मिला. इस बीच कैदियों के वार्ड की तलाशी लेने के कारण देर रात उनकी अधूरी नींद भी टूट गयी.
अंत में थक हारकर सभी सुरक्षाकर्मी अपने-अपने ड्यूटी क्षेत्र में वापस चले गये. लेकिन वह अनजान सफेद कपड़ों में जेल अस्पताल के उपर कौन घूम रहा था, इसका पता नहीं चल सका. मंगलवार सुबह भी प्रेसिडेंसी जेल के डीआइजी विल्पव दास के नेतृत्व में पूरे जेल अस्पताल के उपर छत के चारो तरफ फिर से तलाशी अभियान चलाया गया.
हालांकि इस मामले में आधिकारिक तौर पर जेल का कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है. प्रेसिडेंसी जेल के अधीक्षक शुभब्रत चटर्जी ने कहा कि जेल अस्पताल की छत पर घटी घटना को लेकर उन्हें कोई खबर नहीं है, उन्होंने सिर्फ इतना सुना है कि अरविंद वार्ड के आसपास देर रात को कई बार कुछ सुरक्षाकर्मी सफेद पोशाक में अनजान चेहरे को इधर-उधर भटकते हुए देख चुके हैं.
लेकिन उस समय जांच में भटकनेवाला कौन था, इसका पता नहीं चल सका था. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर जेल अस्पताल की छत पर जो जांच अभियान चलाया जा रहा है वह आम रूटिन जांच है. इसका किसी साये या अनजान भूत से कोई लेनदेन नहीं है. जेल के अंदर वह सफेद पोशाक में कौन घूम रहा था और अरविंद वार्ड में कौन रात को घूमता रहता है, यह अब भी रहस्य का विषय बना हुआ है.