सभी जिलों में खुलेंगे विशेष साइबर थाने, महानगर के साथ-साथ जिलों में भी बढ़ रहे साइबर क्राइम
कोलकाता : देश भर में साइबर अपराध से जुड़े मामलों में हर रोज इजाफा हो रहा है. इसमें पश्चिम बंगाल भी पीछे नहीं है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े के मुताबिक देश में हर 10 मिनट में एक साइबर अपराध हो रहा है. साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए राज्य गृह विभाग […]
कोलकाता : देश भर में साइबर अपराध से जुड़े मामलों में हर रोज इजाफा हो रहा है. इसमें पश्चिम बंगाल भी पीछे नहीं है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े के मुताबिक देश में हर 10 मिनट में एक साइबर अपराध हो रहा है.
साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए राज्य गृह विभाग की ओर से प्रत्येक जिले में विशेष थाना बनाने की योजना बनायी जा रही है. सूचना प्रोद्यौगिकी में दक्ष व आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ऐसे थानों में केवल इंटरनेट के जरिये किये गये अपराधों की जांच होगी.
गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल विभाग की ओर से जिलों में थाने खोलने को लेकर सरकार के समक्ष आवेदन किया गया है. इसे लेकर संभावित वित्तीय लागत की रिपोर्ट साझा की गयी है. इसके लिए योग्य पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को चयनित कर उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि साइबर थाने में अत्याधुनिक साॅफ्टवेयर समेत सभी आवश्यक सामग्र्री रखने की व्यवस्था होगी.
एनसीआरबी आंकड़े के मुताबिक साल 2013 में राज्य भर से साइबर अपराध से जुड़े 342 मामले दर्ज किये गये थे और 209 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसी तरह 2014 में कुल 355 मामले दर्ज किये गये, जिनमें 212 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. साल 2016 में 478 मामले दर्ज हुए, जिनमें 327 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. यानी साइबर अपराध के आंकड़े हर साल बढ़ रहे हैं. यही वजह है कि अब प्रत्येक जिले में साइबर अपराध थाने बनाने की योजना पर काम चल रहा है.