खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की निगरानी के लिए निगम ने किया 16 टीमों का गठन
कोलकाता : महानगर में खाद्य पदार्थों में होनेवाली मिलावट तथा भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान रखने के लिए कोलकाता नगर निगम ने कोलकाता के सभी 16 बोरो के लिए 16 टीम का गठन किया है. जो अगले एक माह में सक्रियता के साथ वार्ड स्तर पर तलाशी अभियान चलायेगी. हर टीम में फूड सेफ्टी अधिकारी […]
कोलकाता : महानगर में खाद्य पदार्थों में होनेवाली मिलावट तथा भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान रखने के लिए कोलकाता नगर निगम ने कोलकाता के सभी 16 बोरो के लिए 16 टीम का गठन किया है. जो अगले एक माह में सक्रियता के साथ वार्ड स्तर पर तलाशी अभियान चलायेगी.
हर टीम में फूड सेफ्टी अधिकारी के अलावा 6-7 सदस्य होंगे. जो स्ट्रीट फूड से लेकर बड़े रेस्तरां तथा होटलों पर नजर रखेंगे.
यह जानकारी निगम के मेयर परिषद सदस्य (स्वास्थ्य) अतिन घोष ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने हमें तीन करोड़ रुपये आवंटित किये हैं. अभियान को चलाने के लिए निगम उक्त टीम को गाड़ी भी मुहैया करवायेगा. जिससे आसानी पूर्वक वार्ड स्तर पर अभियान चलाया जा सके.
श्री घोष ने बताया कि महानगर विभिन्न प्रकार के लजीज व्यंजनों के लिए जाना जाता है. महानगर में स्ट्रीट फूड भी काफी प्रसिद्ध है, लेकिन कुछ दुकानदार भोजन का स्वाद को बढ़ाने के लिए घातक केमिकल व रंग का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ अनजाने में इस तरह के केमिकल का इस्तेमाल करते हैं.
लंबे समय तक इस प्रकार के भोजन को खाने से लोग बीमार पड़ सकते. उन्होंने बताया कि भोजन की गुणवत्ता को बनाने रखने के लिए स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा.
आलू में मिलाया ईंट का पाउडर तो कार्रवाई
कोलकाता. राज्य में आलू में ईंट का पाउडर मिलाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त हो गई है़ कृषि विपणन विभाग के मंत्री तपन दासगुप्ता ने आलू व्यावसायियों को चेताया है कि आलू पर रंग चढ़ाने में मामले में पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी़ गौरतलब है कि राज्य सरकार आलू में ईंट का पाउडर मिलाने के खिलाफ सख्त हो गई है़
इसके चलते व्यवसायी सकते में हैं़ हालांकि इस वर्ष कुछ जगहों से इस प्रकार की शिकायत मिली है. विपणन विभाग के सूत्रों ने बताया कि राज्य के कई जिलों में कुछ व्यवसायी आलू में ईंट का पाउडर मिला रहे हैं, इससे आलू का वजन बढ़ रहा है. इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विपणन विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है.
कृषि विपणन मंत्री ने आलू की कीमतों पर नियंत्रण के लिए बैठक बुलाई थी, लेकिन बाद में बैठक को टाल दिया गया. लेकिन आलू की कीमतों के संबंध में मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सुफल बांग्ला के स्टॉल पर 17 रुपये प्रति किलो की दर से आलू बेच रही है़ इसी दर पर बाजारों में भी आलू विक्रय करने का निर्देश दिया गया है.