बंगाल नहीं होगा गेरुआ : अभिषेक, केंद्र सरकार से पेट्रो पदार्थों की कीमतों को कम करने की मांग
कोलकाता : पेट्रोल-डीजल और गैस के दामों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ भड़की तृणमूल कांग्रेस ने अपना आंदोलन शुरू किया है. सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में हजारों की तादाद में युवा कांग्रेस ने यादवपुर आठ बी बस स्टैंड से जुलूस निकाला, जो हाजरा तक पहुंचा. खुद अभिषेक बनर्जी, मदन मित्रा व अन्य नेता पोस्टर […]
कोलकाता : पेट्रोल-डीजल और गैस के दामों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ भड़की तृणमूल कांग्रेस ने अपना आंदोलन शुरू किया है. सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में हजारों की तादाद में युवा कांग्रेस ने यादवपुर आठ बी बस स्टैंड से जुलूस निकाला, जो हाजरा तक पहुंचा. खुद अभिषेक बनर्जी, मदन मित्रा व अन्य नेता पोस्टर लेकर जुलूस में चल रहे थे. पोस्टर से केंद्र सरकार से पेट्रो पदार्थों की कीमतों को कम करने की मांग की जा रही थी. बाद में जुलूस हाजरा पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी.
सभा को संबोधित करते हुए सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि की है, उससे आमलोगों का जीना मुहाल हो गया है. इसका सीधा असर परिवहन पर पड़ रहा है. इससे अन्य चीजों की कीमतें भी बढ़ रही हैं. लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इन सबसे बेपरवाह केंद्र सरकार कभी आधार कार्ड, तो कभी जीएसटी के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नजर बैंकों में रखे लोगों के पैसों पर है, जिसे वह हड़पने की नीति अपना रही है. इसके खिलाफ उन्होंने लोगों से एकजुट होकर लड़ाई जारी रखने की मांग की.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा नोट का खेल खेलती हुई पूरे देश में विभाजन की राजनीति कर रही है. वह पूरे भारत का गेरुआकरण करना चाहती है. अन्य राज्यों में वह भले ही सफल हो जाये, लेकिन पश्चिम बंगाल में ऐसा नहीं होगा. यहां पर ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य की जागरूक जनता सांप्रदायिक सदभाव में यकिन करती है. इसलिए भाजपा का मंसूबा यहां कामयाब नहीं होगा. अभिषेक बनर्जी के अनुसार तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन जारी रखेगी.
केंद्र सरकार के खिलाफ अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में निकले जुलूस को देखते हुए यादवपुर विश्वविद्यालय के एक गुट के छात्र हाथ में पोस्टर लेकर उनका ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे थे. पोस्टर के द्वारा छात्र तृणमूल सांसद से कहना चाह रहे थे कि विश्वविद्यालय में वे स्टूडेंट्स काउंसिल नहीं चाहते हैं. वे स्टूडेंट्स यूनियन ही चाहते हैं. इसके अलावा भांगड़ में पावर ग्रिड आंदोलन के गिरफ्तार नेता अलीक चक्रवर्ती की रिहाई की भी मांग कर रहे थे.
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