माध्यमिक : कूचबिहार की छात्रा संजीवनी देवनाथ बनीं टॉपर
कोलकाता : माध्यमिक परीक्षा के नतीजे बुधवार को घोषित कर दिये गये. कूचबिहार की संजीवनी देबनाथ ने कुल 700 में 689 अंकों (98.42 फीसदी) के साथ प्रथम स्थान हासिल किया है. कुल परीक्षाफल 85.49 प्रतिशत रहा. परीक्षा में 89.87 प्रतिशत लड़के और 81.86 फीसदी लड़कियां उत्तीर्ण हुई हैं. पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष […]
कोलकाता : माध्यमिक परीक्षा के नतीजे बुधवार को घोषित कर दिये गये. कूचबिहार की संजीवनी देबनाथ ने कुल 700 में 689 अंकों (98.42 फीसदी) के साथ प्रथम स्थान हासिल किया है. कुल परीक्षाफल 85.49 प्रतिशत रहा. परीक्षा में 89.87 प्रतिशत लड़के और 81.86 फीसदी लड़कियां उत्तीर्ण हुई हैं. पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में परीक्षा परिणाम की घोषणा की.
बोर्ड की ओर से टॉप 10 की सूची जारी की गयी है, जिसमें 56 परीक्षार्थियों ने जगह बनायी है. मेधा सूची में ज्यादातर विद्यार्थी जिलों के हैं. परीक्षा में दूसरे स्थान पर 688 अंकों (98.28 प्रतिशत) के साथ शीर्षेन्दू साहा (सतगछिया हाइस्कूल) हैं. तीसरे टॉपर के रूप में मयूराक्षी सरकार (कूचबिहार), निलबझा दास (जलपाईगुड़ी), मृणमय मंडल (जलपाईगुड़ी) ने 687 अंकों (98.14 प्रतिशत) के साथ सफलता हासिल की.
बोर्ड अध्यक्ष ने पढ़ाई के प्रति गंभीरता से जिलों के विद्यार्थियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा: जिलास्तर पर छात्र पढ़ाई के प्रति ज्यादा गंभीर हैं. वे एनड्राइड मोबाइल या फेसबुक के प्रति ज्यादा आकर्षित नहीं हैं. इसलिए अच्छे नतीजे हासिल किये हैं. टॉप 10 की सूची में कोलकाता के दो स्कूलों के सिर्फ दो छात्र ही जगह बना पाये हैं. बारानगर आरके मिशन आश्रम हाइस्कूल के छात्र सार्थक तलुकदार 683 अंकों (97.57 प्रतिशत) के साथ सातवें स्थान पर हैं. वहीं मल्टीपरपज स्कूल फॉर ब्वायज टाकी हाउस के छात्र पवित्र सेनापति ने 680 अंकों (97.14 प्रतिशत) के साथ मेरिट सूची में 10वां स्थान हासिल किया.
अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षा के प्रति गरीब व पिछड़े तबके में जागरुकता बढ़ी है. यही कारण है कि अल्पसंख्यक परिवारों की लड़कियों का नामांकन बढ़ कर 174678 तक पहुंच गया. अध्यक्ष का कहना है कि इस बार दिव्यांग (फिजिकली चैलेन्जड) छात्रों ने भी अच्छे अंक हासिल किये हैं. दिव्यांग छात्रों का परीक्षाफल 88.82 प्रतिशत रहा. उल्लेखनीय है कि परीक्षा 12 मार्च से 21 मार्च तक चली. मात्र 77 दिनों के अंदर परीक्षाफल घोषित किये गये.पूर्व मेदिनापुर का परीक्षा परिणाम सबसे अच्छा 96.13 प्रतिशत रहा.
गौरतलब है कि इस बार कुल 1084178 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे थे. इनमें लड़कों की संख्या 477545 रही जबकि लड़कियों की संख्या 606633 रही.टॉप 10 की सूची में 56 विद्यार्थी, मेरिट में कोलकाता के दो ही छात्र जगह बना पायेमेधा सूची में उत्तर बंगाल का दबदबा
पश्चिम बंगाल माध्यमिक परीक्षा-2018 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में उत्तर बंगाल के परीक्षार्थियों का दबदबा रहा. मंगलवार की सुबह जैसे ही टॉप 10 की सूची आयी उत्तर बंगाल के लोग गर्व से भर उठे.
राज्य में पहला स्थान कूचबिहार की संजीवनी देवनाथ ने हासिल किया है. कूचबिहार शहर की सुनीति एकेडमी की इस छात्रा को 689 नंबर मिले हैं. बड़े होकर डॉक्टर बनने की इच्छा रखनेवाली संजीवनी के पिता पंकज देवनाथ कूचबिहार कॉलेज के प्रिंसपल हैं और मां सीमा देवनाथ दिनहाटा हाइस्कूल में शिक्षिका हैं. माध्यमिक परीक्षा में प्रथम दस में जगह बनानेवाले कुल 56 परीक्षार्थियों में से 22 उत्तर बंगाल से हैं. हालांकि इस क्षेत्र के आठ में से तीन जिले ऐसे हैं, जिनका रिजल्ट 70 प्रतिशत से भी नीचे है.
नवगठित कालिम्पोंग जिला अपने बेहतर प्रदर्शन से उत्तर बंगाल में शिखर पर है. बिहार के कटिहार जिले से माध्यमिक परीक्षा में बैठे परीक्षार्थियों का नतीजा भी काफी अच्छा रहा.राज्य के औसत के मुकाबले उत्तर बंगाल के जिलों का प्रदर्शन कमजोर रहा. केवल कालिम्पोंग जिला इस औसत को पार कर सका, जहां 86.95 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं.
दार्जिलिंग जिले में 74.96 प्रतिशत, मालदा में 79.33, दक्षिण दिनाजपुर में 74.34, कूचबिहार में 74.12, अलीपुरद्वार में 68.62, जलपाईगुड़ी के 66.73 और उत्तर दिनाजपुर में 66 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं. बिहार के कटिहार जिले का रिजल्ट 91.29 प्रतिशत है. इस तरह उत्तर बंगाल का औसत रिजल्ट 73.88 प्रतिशत रहा.