कोलकाता : राज्यपाल के कुलपतियों को सीधे पत्र भेजने से शिक्षा मंत्री नाराज

कोलकाता : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने संबंधी एक पत्र राज्य के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को भेजा गया है. राज्यपाल कुलाधिपति के तौर पर ये पत्र भेजे हैं, लेकिन उन्होंने यह पत्र राज्य के शिक्षा विभाग को नहीं दिया है. इससे एक बार फिर राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2018 7:23 AM
कोलकाता : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने संबंधी एक पत्र राज्य के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की ओर से सभी विश्वविद्यालयों को भेजा गया है. राज्यपाल कुलाधिपति के तौर पर ये पत्र भेजे हैं, लेकिन उन्होंने यह पत्र राज्य के शिक्षा विभाग को नहीं दिया है. इससे एक बार फिर राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन गयी है.
गुरुवार को बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्यपाल कुलाधिपति के रूप में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र देकर चार जुलाई को विश्व योग दिवस को मनाने का आदेश सीधे दे दिया है. उन्होने राज्यपाल के इस कदम को गैरजरूरी बताते हुए कहा कि उनका यह कदम असंवैधानिक है कि नहीं, मैं यह नहीं कह सकता, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि उनके द्वारा सीधे कुलपतियों को पत्र भेजने की घटना अब तक चली आ रही परंपरा के खिलाफ है.
अब तक राज्यपाल की ओर से विश्वविद्यालयों को कोई पत्र देना होता था, तो वह राज्य के शिक्षा विभाग के मार्फत दिया जाता रहा है. लेकिन इस बार इससे इतर किया गया. रहा सवाल लोगों के स्वस्थ रहने की अपील का, तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री खुद ही इस दिशा में काफी पहले से सक्रिय हैं. उन्होने राज्य में खेलकूद का मान बढ़ाने के लिए पहले से ही कई कदम उठाया है. राज्यपाल ने जो पत्र विश्वविद्यालयों को भेजा है, वह शिक्षा विभाग के मार्फत भी भेज सकते थे.
झाड़ग्राम में कमियों को दूर किया जा रहा है : पार्थ
राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान जंगलमहल इलाके में उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं हासिल करनेवाली तृणमूल कांग्रेस लगातार मंथन कर रही है. यह जानकारी महानगर में मीडिया से बातचीत के दौरान तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने दी.
उन्होंने कहा कि अभी तक जो कारण आत्म समीक्षा में निकल कर सामने आया है, उसमें सबसे अहम है जंगलमहल में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का आमलोगों के साथ पूरी तरह से हट जाना. उनके अंदर अहंकार का भाव आ गया था.
ऐसे नेताओं की पहचान की जा रही है. वहां पर चुनाव के दौरान भाजपा ने जिस तरह से गलत प्रचार किया था, उसका असर भी वहां के चुनाव पर पड़ा. सिर्फ इतना ही नहीं भाजपा ने उक्त इलाके में चुनाव के दौरान जमकर पैसे खर्च किये. इससे आम गरीब मतदाता प्रभावित हुए हैं. हालांकि अभी आंतरिक जांच चल रही है. समय रहते ही भाजपा इस कमी को दूर करके आम मतदाताओं का विश्वास फिर से अर्जित कर लेगी.
फुटबाॅल विश्वकप के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वह इसका पूरा लुफ्त उठाते हैं. व्यक्तिगत रूप से वह ब्राजील की टीम के समर्थक हैं.
उम्मीद है कि मेसी भी इस बार बेहतर प्रदर्शन करके लोगों का दिल जीतेंगे. जितना संभव होगा, रात जागकर खेल देखने की बात उन्होंने कही. उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता परस्पर सहयोग और भाईचारे को बढ़ाता है. रहा सवाल खेल के दौरान हंगामा करने का तो, जो लोग हंगामा करते हैं, वे कभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आते.

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