गवर्नर ने विश्वविद्यालयों को सीधे पत्र लिखा, तो गुस्से से लाल हो गये शिक्षा मंत्री
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा है कि राज्य सरकार को दरकिनार करके राज्यपाल केएन त्रिपाठी द्वारा सीधे विश्वविद्यालयों को अंतरराष्ट्रीय योगदिवस का पत्र भेजना ‘अभूतपूर्व और अस्वीकार्य’ है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है. चटर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘नियम यह है कि राज्य सरकार राज्य […]
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा है कि राज्य सरकार को दरकिनार करके राज्यपाल केएन त्रिपाठी द्वारा सीधे विश्वविद्यालयों को अंतरराष्ट्रीय योगदिवस का पत्र भेजना ‘अभूतपूर्व और अस्वीकार्य’ है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है.
चटर्जी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘नियम यह है कि राज्य सरकार राज्य विश्वविद्यालयों को पत्र भेजती है. हालांकि, इस बार हम देख रहे हैं कि राज्यपाल ने राज्य विश्वविद्यालय के चांसलर होने की हैसियत से कुलपतियों को सीधे पत्र भेजे हैं और उनसे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का आग्रह किया है. यह अभूतपूर्व और अस्वीकार्य है.’
उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल को स्वयं सोचना चाहिए कि यह नियमों का उल्लंघन है या नहीं. हम इस निर्णय को हल्के-फुल्के अंदाज में ले रहे हैं.’ मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार वर्ष 2017 की ही तरह इस दिवस को मनायेगी. उन्होंने कहा, ‘हमने सत्ता में आने के बाद सभी स्कूलों में योग, शारीरिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया है.’