राज्य में ट्रक हड़ताल बेअसर

कोलकाता : पेट्रोल-डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि और वाणिज्यिक वाहनों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम की दर में बढ़ोतरी के खिलाफ व अन्य कुछ मांगों को लेकर ऑल इंडिया कॉनफेडरेशन आॅफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन के आह्वान पर बेमियादी देशव्यापी ट्रक हड़ताल का तीसरा दिन गुजर गया. हालांकि राज्य में ट्रक हड़ताल बेअसर है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2018 3:19 AM
कोलकाता : पेट्रोल-डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि और वाणिज्यिक वाहनों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम की दर में बढ़ोतरी के खिलाफ व अन्य कुछ मांगों को लेकर ऑल इंडिया कॉनफेडरेशन आॅफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन के आह्वान पर बेमियादी देशव्यापी ट्रक हड़ताल का तीसरा दिन गुजर गया.
हालांकि राज्य में ट्रक हड़ताल बेअसर है. महानगर समेत राज्य के विभिन्न मार्गों पर ट्रकों की आवाजाही, ट्रकों पर माल लोडिंग व अनलोडिंग की प्रक्रिया जारी है. इतना ही नहीं, महानगर समेत कई जिलों में ट्रकों पर सामानों की ओवरलोडिंग भी जारी है. हालांकि हड़ताल के दौरान ट्रक संगठनों की जो मांगें हैं, उनमें ट्रकों व मालवाही वाहनों में ओवरलोडिंग के मामलों पर अंकुश लगाने की मांग भी शामिल है. राज्य में ट्रक हड़ताल के बेअसर होने के प्रश्न पर फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिशन (एफडब्ल्यूबीटीओए) के महासचिव सुभाष चंद्र बोस ने दावा किया है कि राज्य में करीब 70-80 प्रतिशत ट्रक मालिक व चालक हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं.
दूसरे राज्य से पश्चिम बंगाल आनेवाले ट्रकों की संख्या काफी कम है. संगठन के हड़ताल कब तक जारी रखे जाने के प्रश्न पर उनका कहना है कि पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम की दर कम करना, पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना, राज्य में ट्रकों में ओवरलोडिंग के मामलों पर अंकुश लगाना और ट्रक चालकों पर कथित पुलिस जुल्म बंद करना जरूरी है. जब तक केंद्र व राज्य सरकार संगठन की मांगें पूरी नहीं करती, तब तक ट्रक हड़ताल जारी रहेगी.

Next Article

Exit mobile version