भविष्य की बीमारी को बतायेगा जेनो होम्योपैथी टेस्ट
कोलकाता : आपके परिवार में किसी को डायबिटीज या कोई और बीमारी है. बीमारी के जीन आपके शरीर में हैं या नहीं या फिर भविष्य में आपको कौन सी बीमारी होने की आशंका है. चाहे वो आपके बच्चे की ग्रोथ हो या बड़ों में डायबिटीज या कोई अन्य गंभीर बीमारी. यह जेनो होम्योपैथी टेस्ट से […]
कोलकाता : आपके परिवार में किसी को डायबिटीज या कोई और बीमारी है. बीमारी के जीन आपके शरीर में हैं या नहीं या फिर भविष्य में आपको कौन सी बीमारी होने की आशंका है. चाहे वो आपके बच्चे की ग्रोथ हो या बड़ों में डायबिटीज या कोई अन्य गंभीर बीमारी. यह जेनो होम्योपैथी टेस्ट से पता चल जायेगा. डॉ बत्रा की ओर से देश में पहली बार इस तरह का टेस्ट शुरू किया गया है.
गुरुवार को डॉ बत्रा की सीनियर मेडिकल मेंटर डॉ पियाली साहा व मेडिकल सेवाओं की निदेशक डॉ बिंदू शर्मा ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. डॉ विंदू शर्मा ने बताया कि चार साल की मेहनत और होम्योपैथिक व ऐलोपैथिक डॉक्टरों की टीम ने इस तरह का टेस्ट विकसित किया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को डायबिटीज है और इस टेस्ट से यह पता लगाया जाता है
इस बीमारी से आपकी बॉडी के किस किस अंक को नुकसान पहुंचने की संभावना है. फिर उसी तरह का इलाज किया जाता है. डॉ बत्रा की सीनियर मेडिकल मेंटर डॉ पियाली साहा ने कहा कि पहले मरीज की डाइट को बीमारी के हिसाब से दी जाती है. दूसरा स्टेप में लाइफ स्टाइल में बदला जाता है. तीसरा स्टेप में मरीज को दवाएं दी जाती हैं. इस टेस्ट के जरिये बीमारी की डिटेक्शन, प्रिवेंशन और मेडिकेशन की जाती है. उन्होंने बताया कि अगर किसी को कोई बीमारी है, तो वे होम्योपैथ के साथ-साथ एलोपैथिक दोनों दवाएं ले सकते हैं.
इन दोनों दवाओं को एक साथ लेने से कोई नुकसान होता है यह मिथ है.उन्होंने बताया कि यह टेस्ट उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिनकी फैमिली में किसी को पहले से डायबिटीज है. ऐसे लोगों को इस टेस्ट से पता चल जायेगा कि क्या उन्हें भी डायबिटीज होने की संभावना है.