कोलकाता : सियालदह मंडल के रानाघाट स्टेशन पर एक लोकल ट्रेन चार नंबर प्लेटफॉर्म के बफर से टकरा गयी. इससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. घटना रविवार सुबह की है. घटना में लोकल ट्रेन का पहला कोच और प्लेटफॉर्म नंबर चार का अंतिम भाग क्षतिग्रस्त हो गया. धक्के के बाद एक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन की अगली बोगी पटरी से उतर गयी. घटना में अब तक किसी भी यात्री के घायल होने की कोई सूचना नहीं है.
बता दें कि इससे पहले 12 जुलाई (रविवार) 2015 को भी सियालदह स्टेशन पर भी ऐसी ही घटना हुई थी. रविवार सुबह 7.30 बजे हुई घटना में हालांकि ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी थी, लिहाजा किसी के हताहत होने के साथ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. घटना के बाद सियालदह मंडल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सियालदह रानाघाट ईएमयू लोकल ट्रेन के चालक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए घटना की विभागीय जांच का आदेश दे दिया है.
दूसरी तरफ लोकल ट्रेन चालक का आरोप है कि एक व्यक्ति ट्रेन की धीमी गति का फायदा उठाकर ट्रेन में सवार हो गया था, जिस कारण उसका ध्यान भटक गया और ट्रेन बफर से जा टकरायी. जानकारी का कहना है कि बफर से ट्रेन के टकराने के वक्त ट्रेन की रफ्तार मात्र पांच किलोमीटर प्रतिघंटा थी, यदि यह ज्यादा होता तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
घटना की पुष्टि करते हुए पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रवि महापात्रा ने बताया कि कोई हताहत नहीं हुआ है. धीमी रफ्तार के कारण ट्रेन को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है. महापात्र ने बताया कि ट्रेन के मोटरमैन (चालक) का ध्यान भटकाने के आरोप में मानसिक रूप से अस्वस्थ एक शख्स को हिरासत में लिया गया है.
क्या कहना है रेलवे का
घटना के तुरंत बाद सियालदह के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) सहित पूर्व रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने रानाघाट स्टेशन का दौरा किया. उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. घटना के संबंध में सियालदाह मंडल के रेलवे मंडल प्रबंधक पी. दानसाना ने बताया कि सियालदह रानाघाट ट्रेन के मोटरमैन (चालक) को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा इस घटना के सिलसिले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सियालदह से आ रही उप-नगरीय लोकल ट्रेन को राणाघाट में रुकना था. पूर्वी रेलवे के सियालदह मुख्य खंड में सुबह सात बजकर 40 मिनट पर ट्रेन ने जब स्टेशन पर बफर को टक्कर मारी उस वक्त ट्रेन पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी.