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50 लाख के नकली नोट खपाने का खुलासा, पाकिस्तान से छाप कर नेपाल के रास्ते मालदा पहुंच रहे हैं नकली नोट
नयी दिल्ली : नोटबंदी के बाद माना जा रहा था कि नकली नोट भारतीय बाजार से चलन से गायब हो जायेंगे, लेकिन पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से भारतीय बाजार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में जुटा हुआ है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोटों की तस्करी में दो तस्करों प्रवीण व सोनू चौधरी […]
नयी दिल्ली : नोटबंदी के बाद माना जा रहा था कि नकली नोट भारतीय बाजार से चलन से गायब हो जायेंगे, लेकिन पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से भारतीय बाजार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में जुटा हुआ है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोटों की तस्करी में दो तस्करों प्रवीण व सोनू चौधरी को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 50 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट भारत में खपा चुके हैं.
बिहार के रहनेवाले हैं आरोपी
सोनू और प्रवीण दोनों मूल रूप से बिहार के चंपारण के रहनेवाले हैं. इनके पास से दो-दो हजार रुपये के पांच लाख रुपये के नकली नोट बरामद किये गये हैं. बरामद नकली नोट पाकिस्तान में बने हैं. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गयी है.
पुलिस ने बिछाया था जाल
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव ने बताया कि 23 जून को नकली नोट की खेप के साथ रोहिणी सेक्टर-2 इलाके में एक तस्कर के आने की सूचना मिली थी. इसके बाद इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और जीतेंद्र तिवारी की टीम ने प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ के बाद 27 जून को बिहार से सोनू को भी दबोच लिया गया. नकली नोटों को बांग्लादेश से नेपाल होते हुए पश्चिम बंगाल के मालदा में लाया जाता है. बाद में उसकी आपूर्ति पूरे देश में की जाती है. सोनू मालदा से असरफ नाम के बदमाश से नकली नोट लेता था और प्रवीण सहित अन्य तस्करों के माध्यम से उसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व बिहार में खपाया जाता था. वह अब तक 50 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट भारत में खपा चुका है.
पुलिस के अनुसार, प्रवीण तीन वर्ष से तस्करी में लिप्त था. दिल्ली में अब तक करीब 20 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट की तस्करी कर चुका है.
मालदा के नकली नोट कारोबारी गिरोह के सदस्य को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
जमालपुर (मुंगेर) : जमालपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट प्लेटफॉर्म संख्या एक पर शुक्रवार को अपराह्न 2:15 बजे अचानक उस समय अफरातफरी मच गयी, जब चार लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति को एकाएक दबोच लिया.
उस समय 13429 अप मालदा आनंद विहार साप्ताहिक एक्सप्रेस जमालपुर पहुंचनेवाली थी. उक्त व्यक्ति द्वारा शोर मचाने पर कई यात्री वहां एकत्रित हो गये तथा दोनों पक्षों से पूछताछ करने लगे. तब लोगों को पता चला कि चार लोगों का दल दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच के अधिकारी थे, जिनका नेतृत्व इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह कर रहे थे.
स्पेशल ब्रांच की बात सुन कर अन्य यात्री वहां से खिसक गये. कुछ पत्रकारों द्वारा घटना की फोटोग्राफी का क्राइम ब्रांच द्वारा जबर्दस्त विरोध किया गया. काफी पूछने के बाद क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने सिर्फ इतना बताया कि जिस व्यक्ति को यहां दबोचा गया है, वह नकली नोट गिरोह से ताल्लुक रखता है.
दिल्ली स्पेशल ब्रांच की टीम पिछले दो दिनों से लगातार उसकी रेकी कर रही थी. इंस्पेक्टर ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के जगदीशपुर निवासी मो कयूम के विरुद्ध क्राइम ब्रांच में कांड संख्या 55/18 पहले से दर्ज है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए चार सदस्यीय दल पिछले कई दिनों से प्रयास कर रहा था. संभवत: इसकी भनक कयूम को लग चुकी थी, जिसके कारण वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था.
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