घरेलू रसोई गैस का हो रहा व्यावसायिक कार्यों में इस्तेमाल, बुकिंग के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा है गैस
मालदा : सड़क के किनारे चल रहे छोटे-छोटे होटलों में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. इसलिए लोगों को अग्रिम बुकिंग के बावजूद उन्हें गैस सिलिंडर नहीं मिल पाता है.उल्लेखनीय है कि वाणिज्यिक दुकानों में व्यवसायिक रसोई गैस के उपयोग का नियम है, लेकिन इस नियम का सरासर उल्लंघन हो […]
मालदा : सड़क के किनारे चल रहे छोटे-छोटे होटलों में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. इसलिए लोगों को अग्रिम बुकिंग के बावजूद उन्हें गैस सिलिंडर नहीं मिल पाता है.उल्लेखनीय है कि वाणिज्यिक दुकानों में व्यवसायिक रसोई गैस के उपयोग का नियम है, लेकिन इस नियम का सरासर उल्लंघन हो रहा है. ग्राहकों का आरोप है कि गैस सप्लाई करने वाले कैरियरों के साथ फास्टफूड रेस्टोरेंट के मालिकों की मिलीभगत के चलते ऐसा हो रहा है.
मालदा गैस डीलर एसोसिएशन के सचिव सोमेश चन्द्र दास ने बताया कि अगर कोई दुकानवाला घरेलू रसोई गैस का इस्तेमाल करता है, तो वह गैरकानूनी है. लेकिन वह इससे ज्यादा कुछ नहीं बोल सकेंगे. वहीं आम लोगों का आरोप है कि गैस का अग्रिम बुकिंक करने के बाद उसकी समय से डिलीवरी होनी चाहिए. लेकिन देखा जाता है कि बुकिंग के काफी बाद ही गैस सिलिंडर मिल पाता है, जबकि फास्टफूड रेस्टोरेंटों में गैस की कोई किल्लत नहीं रहती.
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार 14 किलो वाले घरेलू गैस की कीमत 850 रुपये है, जबकि 19 किलो वाले कामर्शियल रसोई गैस की कीमत 1498 रुपये है. हालांकि इनकी दरों में फेर-बदल होते रहता है. वहीं नगरपालिका और प्रशासन की तरफ से इस तरह के गैरकानूनी काम पर किसी तरह की रोक नहीं लग रही है. इंगलिशबाजार नगरपालिका के चेयरमैन निहार घोष ने बताया कि आरोप गंभीर है. नगरपालिका प्रशासन के साथ इस पर बात करेगी. जरूरत पड़ी तो इसके लिए संयुक्त अभियान चलाया जायेगा.