तीन मेडिकल कॉलेजों का पुनर्विकास

कोलकाता : राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य परिसेवाएं प्रदान करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने यहां के तीन मेडिकल कॉलेजों का पुनर्विकास करने की योजना बनायी है. इसमें बांकुड़ा सम्मिलनी मेडिकल कॉलेज, मालदा मेडिकल कॉलेज व उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज शामिल हैं. इस योजना को गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2018 2:52 AM
कोलकाता : राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य परिसेवाएं प्रदान करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने यहां के तीन मेडिकल कॉलेजों का पुनर्विकास करने की योजना बनायी है. इसमें बांकुड़ा सम्मिलनी मेडिकल कॉलेज, मालदा मेडिकल कॉलेज व उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज शामिल हैं. इस योजना को गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में हुए कैबिनेट बैठक के दौरान मंजूरी दे दी गयी. यह जानकारी गुरुवार को राज्य की स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दीं.
उन्होंने बताया कि इन तीनों अस्पतालों में नये विभाग खोले जायेंगे. जो भी विभाग यहां हैं, उनका पुनर्विकास किया जायेगा. इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में बेडों की संख्या भी बढ़ायी जायेगी. तीनों मेडिकल कॉलेजों में 704 नये बेड लगाये जायेंगे. साथ ही बेहतर परिसेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न विभागों में 1453 नये पदों का सृजन किया गया है. उन्होंने बताया कि इन तीनों मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, पेडियाट्रिक सर्जरी, डायलिसिस के साथ-साथ नये सीसीयू व सीटीवीएस लैबोरेटरी खोले जायेंगे. इसके साथ ही यहां के मौजूदा विभाग जैसे आॅर्थोपेडिक, कार्डियोलॉजी सहित अन्य विभागों का पुनर्विकास किया जायेगा.
जिलों में और 27 नर्सिंग स्कूल की होगी स्थापना : चंद्रिमा भट्टाचार्य
स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों के बेडों की संख्या की तुलना में नर्सों की संख्या काफी कम है. नर्सों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों में और 27 जनरल नर्सिंग व मिडवाइजरी (जीएनएम) स्कूल खोलने की योजना बनायी है. राज्य में फिलहाल 89 जीएनएम हैं. उन्होंने बताया कि इन 27 नर्सिंग स्कूलों में प्रशिक्षण के लिए 891 नये पदों का सृजन किया गया है, जो यहां प्रशिक्षण प्रदान करेंगी.
गौरतलब है कि इससे पहले राज्य सरकार ने ठेका पर नर्सों की नियुक्ति के लिए उनकी आयु सीमा में भी वृद्धि कर दी है. अब 45 वर्ष की आयु तक ठेका पर नर्सों की भर्ती की जा सकेगी, जो पहले 39 वर्ष था. इसके साथ ही नर्सों की सेवानिवृत होने की आयु सीमा भी 60 से बढ़ा कर 62 कर दी गयी है. पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में लगभग 84 हजार बेड हैं, इसके लिए यहां कुल 50 हजार नर्सों की जरूरत है. लेकिन जरूरत के अनुसार यहां नर्सों की संख्या नहीं होने के कारण स्वास्थ्य परिसेवाएं प्रभावित हो रही हैं. नर्सों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार नयी भर्तियां करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है.

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