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अनिश्चितकाल के लिए कल से हड़ताल पर चले जायेंगे देश भर के ट्रांसपोर्टर, जरूरी चीजों की कीमतें बढ़ेंगी

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किया है देशव्यापी बेमियादी चक्का जाम का आह्वान कोलकाता: देश भर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों व ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ी अन्य कई समस्याओं को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) के आह्वान पर शुक्रवार (20 जुलाई) से अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रांसपोर्ट (ट्रक) हड़ताल शुरू हो जायेगा. […]

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किया है देशव्यापी बेमियादी चक्का जाम का आह्वान

कोलकाता: देश भर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों व ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ी अन्य कई समस्याओं को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआइएमटीसी) के आह्वान पर शुक्रवार (20 जुलाई) से अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रांसपोर्ट (ट्रक) हड़ताल शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही आवश्यक चीजों के महंगे होने की आशंका प्रबल हो गयी है. हड़ताल से हर दिन कम से कम 2000 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जतायी गयी है. प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजरपश्चिमबंगाल के कई हिस्सों में ट्रक ऑपरेटर्स ने बुकिंग बुधवार को ही बंद कर दी थी.

एआइएमटीसी के अध्यक्ष एसके मित्तल ने कहा है कि देश में करीब 15 करोड़ लोग रोड ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े हैं. पेट्रोल और डीजल की कीमत में असमय व लगातार वृद्धि का खामियाजा ट्रांसपोर्टरों को भुगतना पड़ रहा है. अन्य कई मामलों में भी ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े लोगों की उपेक्षा की जा रही है. ऐसे में ट्रांसपोटर्स का व्यापार करना काफी कठिन होता जा रहा है. इसलिए एआइएमटीसीको बेमियादी ट्रक हड़ताल का आह्वान करना पड़ा. जनता को हड़ताल से परेशानी न हो, इसके लिए दूध, दवाएं जैसी जरूरत के सामानढोने वाले ट्रांसपोर्ट हड़ताल से दूर रहेंगे.

93 लाख ट्रक ऑपरेटर्स होंगे शामिल

एआइएमटीसी से करीब 93 लाख ट्रक ऑपरटर्स जुड़े हैं. साथ ही करीब 50 लाख बस और टूरिस्ट बस ऑपरटेर्स भी संगठन से जुड़े हैं. 93 लाख ट्रक ऑपरेटर्सके हड़ताल में शामिल होने का व्यापक असर दिखेगा. प्रस्तावित हड़ताल को देश के सभी छोटे-बड़े ट्रांसपोर्ट्स के साथ ही प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने भी अपना नैतिक समर्थन दिया है.

पश्चिम बंगाल में प्रभाव के आसार

ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ऑफ बंगाल के उपाध्यक्ष तपन भादुड़ी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल एक कंज्यूमिंग स्टेट है. यानी कई खाद्यान्नों व जरूरी सामानों केलिए इसे दूसरे राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है. देशव्यापी ट्रक हड़ताल के मद्देनजर गत चार-पांच दिनों से देश के कई हिस्सों में ट्रक ऑपरेटर्स के एक बड़े हिस्से ने बुकिंग बंद कर दी. ऐसे में हड़ताल के एक-दो दिन में ही बंगाल में इसका असर दिखने लगेगा. उन्होंने कहा कि मछली, दाल व अन्य खाद्यान्नों की कीमतों में इजाफा शुरू हो जायेगा. श्री भादुड़ी ने कहा कि अन्य मांगों के साथ पश्चिम बंगाल में ओवरलोडिंग बंद करने की मांग भी रखी गयी है. राज्य में करीब डेढ़ लाख ट्रक ऑपरेटर्स हड़ताल पर रहेंगे.

प्रतिदिन दो हजार करोड़ के नुकसान की आशंका

तपन भादुड़ी ने कहा है कि ट्रांसपोर्ट हड़ताल से देश में प्रतिदिन करीब दो हजार करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका है. पश्चिम बंगाल की बात की जाये, तो बेमियादी ट्रक हड़ताल से रोजाना करीब 200 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.

एआइएमटीसी की प्रमुख मांगें

– पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती हो, मूल्य वृद्धि असमय नहीं हो जबकि हर 3 महीने में इसका संशोधन हो

– देश में ट्रांसपोर्टर के लिए टोल बैरियर मुक्त हो

– थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में जीएसटी में छूट दी जाये

– टीडीएस खत्म किया जाये

– बसों और टूरिस्ट वाहनों को नेशनल परमिट दिया जाये

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