14 दिन बाद भूख हड़ताल खत्म, प्रबंधन ने दिया लिखित आश्वासन
कोलकाता : कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (सीएमसीएच) के प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सोमवार 14वें दिन अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी. कॉलेज परिषद की बैठक में छात्रों की मांग पूरा करने और वरिष्ठ छात्रों के लिए नये 11 मंजिला छात्रावास की दो मंजिलों पर व्यवस्था करने पर रजामंदी के बाद यह हड़ताल खत्म […]
कोलकाता : कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (सीएमसीएच) के प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सोमवार 14वें दिन अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी. कॉलेज परिषद की बैठक में छात्रों की मांग पूरा करने और वरिष्ठ छात्रों के लिए नये 11 मंजिला छात्रावास की दो मंजिलों पर व्यवस्था करने पर रजामंदी के बाद यह हड़ताल खत्म हुई.
सीएमसीएच के एक प्रवक्ता ने कहा कि कॉलेज परिषद ने फैसला किया है कि द्वितीय से चौथे वर्ष के छात्रों को छात्रावास के नये भवन के दो तल्ले में कमरा दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि अग्रणी संस्थान के छह छात्रों ने 10 जुलाई को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी और 19 जुलाई को 15 अन्य छात्र इसमें शामिल हो गये. सोमवार दोपहर दो बजे भूख हड़ताल खत्म कर दी गयी. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों में तीन छात्र बीमार हो गये और उनमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
एक छात्र को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी तथा दो अन्य की हालत स्थिर है. आंदोलन का समर्थन कर रहे एक छात्र सायंतन मुकुटी ने कहा कि प्रशासन ने वरिष्ठ छात्रों को छात्रावास के नये भवन में जल्द स्थान देने और सीटों को सार्वजनिक करने का आश्वासन दिया है.
समस्या का समाधान करनेवाले प्रभारी अध्यक्ष का हुआ तबादला
कोलकाता. महानगर में स्थित कोलकाता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में होस्टल की मांग को लेकर 13 दिनों से चल रहा छात्रों का अनशन भले ही सोमवार को समाप्त हो गया हो, लेकिन अभी भी वहां सब कुछ ठीक नहीं है, क्योंकि, पद संभालने के 48 घंटे के अंदर 13 दिनों से चल रहे अनशन की समस्या का समाधान करनेवाले प्रभारी अध्यक्ष अशोक भद्र को ही उनके पद से हटा दिया गया है. सिर्फ यही नहीं, जो बीमारी का कारण बताते हुए इतने दिनों तक मेडिकल कॉलेज नहीं आये थे, जिससे स्थिति और गंभीर हो गयी थी.
उसी ‘विवादित’ अध्यक्ष उच्छल भद्र को एक बार फिर से मेडिकल कॉलेज में अध्यक्ष का पदभार सौंपा गया है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) के नियमानुसार, नये भवन में प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ सीनियर छात्रों को नहीं रखा जा सकता, लेकिन, सोमवार को प्रभारी अध्यक्ष अशोक भद्र ने कहा कि नये भवन के दो तल्लों पर सीनियर छात्रों के लिए रहने की व्यवस्था की जायेगी.
इसके बाद छात्रों ने अनशन तोड़ा. चिकित्सकों के एक धड़े का कहना है कि अशाेक भद्र का फैसला रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन निर्मल माझी को पसंद नहीं आया, जिसकी वजह से उनको पद से हटना पड़ा है और उच्छल भद्र को फिर से अध्यक्ष दायित्व सौंपा गया है.
स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य निदेशक पर भी गिरी गाज
प्रभारी अध्यक्ष के साथ-साथ स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य निदेशक पर भी गाज गिरी है. जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य सचिव अनिल वर्मा को यहां से हटा कर पशुपालन विभाग का दायित्व सौंपा गया है और राज्य के एमएसएमई विभाग के प्रधान सचिव राजीव सिन्हा को स्वास्थ्य सचिव बनाया गया है. वहीं, स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के निदेशक देवाशीष भट्टाचार्य के स्थान पर डॉ पार्थ चटर्जी को स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक का पदभार सौंपा गया है.
कांग्रेस प्रतिनिधिदल भी पहुंचा मेडिकल कॉलेज
कोलकाता. मेडिकल कॉलेज में अनशन करने वाले विद्यार्थियों की मांगों के समर्थन में कांग्रेस प्रतिनिधि दल भी अनशन खत्म होने से पहले पहुंचा. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा के नेतृत्व मे यह दल पहुंचा और विद्यार्थियों से स्पष्ट किया कि बगैर किसी राजनीतिक बैनर के वह छात्रों के समर्थन में पहुंचे. श्री मित्रा के साथ सरदार अमजद अली, शुभंकर सरकार, प्रभात तिवारी, रोहन मित्रा, सोमदीप घोष, एम सलीम, अर्घ्य गन व अन्य थे.
मेडिकल के छात्रों के लिए एआइडीएसओ ने की मांग
कोलकाता. ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन की ओर से सोमवार को राज्य कमेटी के सचिव सौरव घोष और अध्यक्ष डॉ मृदुल सरकार की ओर से संयुक्त रूप से कोलकाता मेडिकल कॉलेज के छात्रों के लगातार आंदोलन के लिए शुभकामनाएं देते हुए समस्त मेडिकल कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल मुहैया कराने की मांग की.
साथ ही सभी विद्यार्थियों के लिए सुरक्षा और रैगिंग के मामले बंद करने के लिए कदम उठाने की भी मांग की.गयी है. एआइडीएसओ के पश्चिम बंगाल राज्य सचिव सौरभ घोष ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.