पंचायत चुनाव में हिंसा : स्थगन प्रस्ताव पर बहस कराने से अध्यक्ष का इनकार, विस में विपक्ष का हंगामा, वाॅकआउट

कोलकाता : पंचायत चुनाव के पूर्व व बाद में हिंसा को लेकर बहस कराने की मांग खारिज होने के बाद विधानसभा में विरोधी दल कांग्रेस व माकपा के विधायकों ने वॉकआउट किया. श्री मन्नान ने कहा कि सोमवार को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अनशनरत छात्रों की स्थिति व राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर बहस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2018 2:03 AM
कोलकाता : पंचायत चुनाव के पूर्व व बाद में हिंसा को लेकर बहस कराने की मांग खारिज होने के बाद विधानसभा में विरोधी दल कांग्रेस व माकपा के विधायकों ने वॉकआउट किया. श्री मन्नान ने कहा कि सोमवार को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अनशनरत छात्रों की स्थिति व राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर बहस की मांग की गयी थी.
लेकिन सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी थी. हालांकि मेडिकल के छात्रों के समक्ष सरकार को झुकने के लिए बाध्य होना पड़ा. यह मेडिकल के छात्रों व राज्य की जनता की जीत है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर उन लोगों ने स्थगन प्रस्ताव नहीं दिया था, क्योंकि वे जानते हैं कि यह मामला विचाराधीन है. उन लोगों ने पंचायत चुनाव के पहले व बाद में हुई हिंसा पर चिंता जताते हुए स्थगन प्रस्ताव दिया था, लेकिन अध्यक्ष ने बहस कराने से इनकार कर दिया.
हालांकि सरकार का विधानसभा में बहुमत है, लेकिन वह बहस कराने से डर रही है, क्योंकि उसे भय है कि वास्तविक स्थिति सामने आ जायेगी. उन्होंने कहा कि सरकार विधानसभा में चर्चा करनी नहीं चाहती है. इस कारण ही उन लोगों ने विधानसभा का वाॅकआउट किया.
माकपा विधायक दल के नता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि विधानसभा का सत्र महत्वपूर्ण है, लेकिन विधानसभा में सरकार इन पर चर्चा नहीं करना चाहती है. सरकार विपक्ष की मांगों को सदा से खारिज करती रही है. सरकार का रवैया जनतांत्रिक नियमों के खिलाफ है.

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