महानगर में फिर दौड़ेंगी डबल डेकर बसें
कोलकाता : राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि राज्य सरकार डबल डेकर बसों को फिर से सड़कों पर लाने का विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि ये नयी बसें लंदन की बसों की तरह ऊपर से खुली होंगी. श्री अधिकारी ने विधानसभा में कहा कि शुरुआत में चार से पांच […]
कोलकाता : राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि राज्य सरकार डबल डेकर बसों को फिर से सड़कों पर लाने का विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि ये नयी बसें लंदन की बसों की तरह ऊपर से खुली होंगी. श्री अधिकारी ने विधानसभा में कहा कि शुरुआत में चार से पांच बसें लाने की योजना है.
इस संबंध में सर्वेक्षण के लिए परिवहन सचिव को लंदन भी भेजा गया था. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि लंदन की बसों की तरह इनमें भी छतें नहीं होंगी. श्री अधिकारी ने कहा कि अभी यह निर्णय नहीं लिया गया है कि ये शहर में आनेवाले पर्यटकों के लिए होगी या नहीं. उन्होंने कहा कि बस निर्माताओं से भी इस संबंध में संपर्क किया गया है. कोलकाता में पहले डबल डेकर बसें चलती थीं, लेकिन बाद में इन्हें सड़कों से हटा लिया गया.
एलइडी लाइट पर जुर्माना
श्री अधिकारी ने कहा कि बाइक के रजिस्ट्रेशन दिये जाने के समय एलइडी लाइड लगी नहीं रहती है. एलइडी लाइट बाद में लगायी जाती है. इसके पहले ऑटो में भी इसकी शिकायत मिली थी. उसके बाद कार्रवाई की गयी. उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा. शीघ्र ही परिवहन विभाग द्वारा एक सर्कुलर जारी किया जायेगा और एलइडी लाइट लगानेवालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी तथा मोटर व्हीकल्स कानून के तहत जुर्माना का भी प्रावधान है.
तारापीठ से हेलीकॉप्टर सेवा
श्री अधिकारी ने कहा कि फिलहाल बेहला से सागर, दीघा व मालदा की हेलीकॉप्टर सेवा है. शीघ्र ही तारापीठ और शांतिनिकेतन के भी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होगी. उन्होंने कहा कि ये हेलीकॉप्टर दो इंजन के होंगे तथा इसमें 10 सीटें होंगी. सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा.
कमीशन प्रथा होगी समाप्त
श्री अधिकारी ने कहा कि बसों से कमीशन प्रथा समाप्त करने के प्रति परिवहन विभाग प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि केवल कोलकाता व आसपास के जिलों के निजी बसों में ही कमीशन प्रथा है, जबकि पूरे राज्य में बसों में डेली वेज की व्यवस्था लागू है. सूत्रों का कहना है कि डेली वेज के तहत ड्राइवर को प्रतिदिन 450 रुपये, कंडक्टर को 350 रुपये तथा आठ घंटे से अतिरिक्त होने पर 25 रुपये प्रति घंटे दिया जाता है.
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग टाइम टेबल बना रहा है. शीघ्र ही टाइम टेबल तैयार हो जायेगा. इसके साथ ही कमीशन प्रथा की जगह डेली वेज की पद्धति शुरू की जायेगी. उन्होंने कहा कि कमीशन की व्यवस्था से भी बस मालिकों को यह जानकारी है कि प्रति दिन वे ड्राइवर व कंडक्टर को कितना भुगतान करते हैं.