1971 तक आये लोग भारतीय हैं: ममता

नयी दिल्ली/कोलकाता : तीन दिन के दिल्ली दौरे पर गयीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस को लगातार घेरती रहीं. वहां पर कंस्टीच्यूशन क्लब आफ इंडिया में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार इस मुद्दे पर देश को बांटने की नापाक कोशिश कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2018 2:37 AM
नयी दिल्ली/कोलकाता : तीन दिन के दिल्ली दौरे पर गयीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस को लगातार घेरती रहीं. वहां पर कंस्टीच्यूशन क्लब आफ इंडिया में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार इस मुद्दे पर देश को बांटने की नापाक कोशिश कर रही हैं.
वे देश में गृहयुद्ध के हालात पैदा करने में लगी हैं. उनका मानना है कि साल 1971 में जो लोग बांग्लादेश से हिन्दुस्तान आये हैं वह लोग हिन्दुस्तानी हैं. क्योंकि देश के बंटवारे के पहले भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान एक थे. भारत हमलोगों की मातृभूमि है. यह एक संयुक्त परिवर है. मैं खुद एक सामान्य नागरिक हूं. मेरा सवाल है कि इस तरह का माहौल बनाकर देश को बांटने की साजिश क्यों की जा रही है. जो हो रहा है वह काफी खतरनाक हालात की ओर इशारा कर रहा है.
क्योंकि हमलोगों की भूमिका सुरक्षकर्मी की है. संविधान को हमें बचाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरे लिए रास्ता ही सबसे अच्छी जगह है, जहां जाकर वह आम लोगों से मिलेंगी. आलम यह है कि एनआरसी की वजह से गुवाहाटी में रहने वाले बहुत सारे मुर्शिदाबाद के निवासियों का नाम हटा दिया गया है. ऐसा क्यों हो रहा है.
मैं हिन्दू हूं तो चर्च में नहीं जा सकती? क्या खाएंगे क्या नहीं खाएंगे, कहा रहेंगे यह सब वही लोग तय करेंगे. यह सब तो गलत परंपरा. हमलोगों की संस्कृति परस्पर मिलकर रहने वाली है. इसको नुकसान पहुंचाने की साजिश हो रही है. इसका मैं विरोध कर रही हूं और करती रहूंगी.

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