पूर्व लोकसभा अध्यक्ष का निधन

कोलकाता : पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वामपंथी नेता सोमनाथ चटर्जी का सोमवार सुबह दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 89 साल के थे तथा लंबे समय से बीमार चल रहे थे. सोमवार सुबह 7.30 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी हालत ज्यादा गं‍भीर हो गयी. डॉक्टरों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2018 5:29 AM
कोलकाता : पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वामपंथी नेता सोमनाथ चटर्जी का सोमवार सुबह दक्षिण कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 89 साल के थे तथा लंबे समय से बीमार चल रहे थे. सोमवार सुबह 7.30 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी हालत ज्यादा गं‍भीर हो गयी. डॉक्टरों ने सुबह 8.15 बजे पूर्व लोकसभा के निधन की घोषणा की.
लोकसभा के 10 बार सदस्य रहे दिवंगत सोमनाथ चटर्जी के परिवार में पत्नी रेणु, एक बेटा एवं दो बेटियां हैं.गौरतलब है कि रविवार से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. उन्हें हल्का दिल का दौरा पड़ा था. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. किडनी की बीमारी के चलते उन्हें 10 अगस्त को बेलव्यू क्लिनिक में भर्ती कराया गया था.
चटर्जी का इलाज कर रहे एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. उन्हें सेप्सिस हो गया था. गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया था. इसके अलावा उन्हें सांस की दिक्कत हो गयी थी. लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष को पिछले महीने मस्तिष्क में रक्तस्राव हुआ था. उनका पिछले 40 दिन से इलाज चल रहा था और स्वास्थ्य में सुधार होने के चलते उन्हें तीन दिन के लिए अस्पताल से छुट्टी भी दी गयी थी. लेकिन किडनी की समस्या को लेकर उन्हें 10 अगस्त को पुन: अस्पताल में दाखिल कराया गया था.
चटर्जी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह भारतीय राजनीति के एक कद्दावर नेता थे. मोदी ने कहा: उन्होंने हमारे संसदीय लोकतंत्र को समृद्ध बनाया और वह गरीब तथा कमजोर तबके के कल्याण के लिए एक मुखर आवाज थे. मोदी ने ट्वीट किया: मैं उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार तथा समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि चटर्जी अपने आप में एक संस्था थे और सभी पार्टियों के लोग उनका बहुत अधिक सम्मान एवं प्रशंसा करते थे.
पूर्व उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी ने कहा: वह एक असाधारण मनुष्य थे, एक विशिष्ट सांसद और बेहद स्पष्ट सोच वाले लोकसभा अध्यक्ष थे.मेरी संवेदनाएं उनके शोकसंतप्त परिवार के साथ हैं. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सोमनाथ चटर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया और निचले सदन के अध्यक्ष के रूप में चटर्जी के कार्यकाल को अपने लिए दिशा प्रदान करने वाला बताया. चटर्जी के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद करते हुए महाजन ने कहा कि वह दूसरी विचारधारा से थे, लेकिन उनके प्रति हमेशा दयालु रहे.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा: जिस दिन मैंने पहली बार संसद में प्रवेश किया, मैं तभी से सोमनाथ दा का अवलोकन कर रही थी और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा. वह मेरे बड़े भाई थे.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने भी चटर्जी के निधन पर शोक प्रकट किया है. सीएम के अलावा माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, विधानसभा में विरोेधी दल के नेता अब्दुल मन्नान समेत कई नेता दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी. माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा: यह हमारे लिए बड़ा धक्का है.आज पश्चिम बंगाल ने अपना संरक्षक खो दिया.
एसएसकेएम को देहदान : सोमनाथ चटर्जी अपने शरीर को चिकित्सा विज्ञान के लिए दान कर गये थे. इसलिए परिवार के सदस्यों ने उनके पार्थिव शरीर को एसएसकेएम (पीजी) को दान करने का निर्णय लिया.
2008 में माकपा ने पार्टी से निष्कासित किया था: चटर्जी माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य थे. वह 1968 में माकपा में शामिल हुए थे. वह वर्ष 2004 से 2009 तक लोकसभा के अध्यक्ष रहे. माकपा के यूपीए-एक सरकार से समर्थन वापस ले लेने के बावजूद चटर्जी ने लोकसभा के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था. इस वजह से वरिष्ठ नेता को वर्ष 2008 में माकपा से निष्कासित कर दिया गया था. चटर्जी ने 23 जुलाई 2008 को अपनी जिंदगी का सबसे दुखद दिन बताया था.
मुख्यमंत्री सहित तमाम लोगों ने दी श्रद्धांजलि
सोमनाथ चटर्जी के निधन की खबर पाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 11.27 बजे के करीब अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने सोमनाथ चटर्जी के परिवार के सदस्यों के साथ मुलाकात की. उन्होंने सोमनाथ के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिये जाने की घोषणा की. सीएम के निर्देश पर पार्थिव शरीर को अस्पताल से सीधे विधानसभा ले जाया गया है. जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दी गयी. चूंकि सोमनाथ एक प्रसिद्ध वकील थे. इलसिए उनके पार्थिव शरीर को हाइकोर्ट भी ले जाया गया.
कोलकाता के राजा बसंत राय रोड स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा गया. जहां माकपा के कई प्रमुख नेताओं समेत राज्य के मंत्रियों ने नम आंखों से लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष को अंतिम विदायी दी. मुख्यमंत्री ने चटर्जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा: लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ (दा) के निधन से दुखी हूं, मेरी संवेदनाएं उनके परिवार एवं प्रशंसकों के साथ है. यह हम सभी के लिए बहुत बड़ा नुकसान है.

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