बंगाल : टेक्स्ट बुक में मिल्खा सिंह की जगह छाप दी अभिनेता फरहान की तसवीर, जांच के आदेश
– अभिनेता फरहान अख्तर ने ट्वीट पर शिक्षा मंत्री से कार्रवाई का किया आग्रह – शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दिया जांच का आदेश कोलकाता : पश्चिम बंगाल के स्कूल की एक किताब में ‘फ्लाइंग सिख’ के नाम से मशहूर भारतीय एथलीट मिल्खा सिंह की जगह अभिनेता फरहान अख्तर की फोटो छप गयी है. इससे […]
– अभिनेता फरहान अख्तर ने ट्वीट पर शिक्षा मंत्री से कार्रवाई का किया आग्रह
– शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दिया जांच का आदेश
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के स्कूल की एक किताब में ‘फ्लाइंग सिख’ के नाम से मशहूर भारतीय एथलीट मिल्खा सिंह की जगह अभिनेता फरहान अख्तर की फोटो छप गयी है. इससे विवाद उत्पन्न हो गया है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है इस तरह की शिक्षा की वजह से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है.
दूसरी ओर, राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने पूरी घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं. सबसे पहले लाइफ घोष ने मिल्खा सिंह की जगह अभिनेता फरहान अख्तर की तसवीर को ट्वीट किया था और इसे फरहान अख्तर को टैग कर दिया था. उसके बाद अभिनेता फरहान अख्तर ने तुरंत पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ट्वीट कर इसे जल्द से जल्द हटाने के लिए कहा.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल की किताब में मिल्खा सिंह को दिखाने के लिए तसवीरों को लेकर कुछ गलतियां की गयी है. क्या आप प्रकाशक से इस पुस्तक को ठीक करने और बदलने के लिए अनुरोध कर सकते हैं? बॉलीवडु अभिनेता ने ट्वीट में तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी टैग किया था. तृणमूल सांसद ने भी उनके ट्वीट का जवाब दिया. उन्होंने लिखा, ‘प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद.’
उल्लेखनीय है एथलीट मिल्खा सिंह के जीवन को लेकर 2013 में एक फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ बन चुकी है. फिल्म में अभिनेता फरहान अख्तर ने मिल्खा सिंह का किरदार निभाया था. फिल्म राकेश ओमप्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनी थी. इस फिल्म ने कई पुरस्कार भी जीते हैं. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को जब पूरी घटना की जानकारी मिली तो उन्हें आननफानन में पूरी घटना की जांच का आदेश दिया है तथा यह पता लगाने का निर्देश दिया है कि यह किस कक्षा की पुस्तक में छपा है. दूसरी ओर, सिलेबस कमेटी के सदस्यों का कहना है कि बांग्ला पाठ्य पुस्तकों में ऐसी कोई तसवीर नहीं छपी है, हालांकि पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है.