22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पंचायत बोर्ड गठन को लेकर जिलों में झड़प, चार की मौत, पुरुलिया व मालदा में दो-दो लोगों की मौत

कोलकाता : राज्य में पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर हुई हिंसा में सोमवार को मालदा में दो तथा पुरुलिया के घाघरा पंचायत में बोर्ड गठन को लेकर दो भाजपा समर्थकों की मौत हो गयी. मालदा में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना घटी. इसमें सलाम शेख और अजहर शेख की […]

कोलकाता : राज्य में पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर हुई हिंसा में सोमवार को मालदा में दो तथा पुरुलिया के घाघरा पंचायत में बोर्ड गठन को लेकर दो भाजपा समर्थकों की मौत हो गयी. मालदा में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना घटी. इसमें सलाम शेख और अजहर शेख की मौत हो गयी, जबकि चार लोग घायल हो गये.
जबकि पुरुलिया के घाघरा पंचायत में बोर्ड गठन को लेकर संघर्ष के दौरान गोली से दो भाजपा समर्थकों की मौत हो गयी. मृतकों में एक नाम निरंजन गोप है तथा अन्य के नाम की जानकारी नहीं मिल पायी है. आरोप है कि पुलिस की गोली से भाजपा समर्थकों की मौत हुई, जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया है. इस घटना में एक और भाजपा समर्थक घायल हुअा है, उसे जयपुर स्थित स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के अनुसार मालदा जिले में गोपालपुर ग्राम पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर आज कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच झड़प हो गयी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि तीन साल के एक लड़के सहित चार अन्य घायल हो गये. झड़प में हथियारों और बमों का प्रयोग किया गया जिसमें एक लड़का और एक कांग्रेस समर्थक घायल हो गया.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने सांप्रदायिक बलों को अलग- थलग रखने के लिए तृणमूल कांग्रेस के एक गुट को समर्थन दिया था और इसलिए इसके कुछ सदस्य घटनास्थल पर मौजूद थे. पुलिस ने कहा कि लड़के और कांग्रेस समर्थक को मालदा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दो अन्य घायल माणिकचाक के एक ग्रामीण अस्पताल में भर्ती हुए हैं.
मृतकों की पहचान सलाम शेख और अजहर शेख के रूप में हुई है. पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष मौके पर पहुंचे और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) क्षेत्र में गश्त लगाये. स्थिति अब नियंत्रण में है. जिला कांग्रेस महासचिव काली साधन राय ने कहा कि कांग्रेस झड़प में शामिल नहीं थी. उन्होंने दावा किया : तृणमूल कांग्रेस ग्राम पंचायत बोर्ड प्रमुख के बारे में फैसला करने में अमसर्थ थी और हमने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा. यह पूरी तरह से उनकी अपनी लड़ाई है.
वहीं, माणिकचाक ब्लाक के तृणमूल कांग्रेस प्रमुख तथा पूर्व मंत्री साबित्री मित्रा ने दावा किया कि एक कांग्रेस समर्थक ने पंचायत कार्यालय के बाहर भड़काऊ भाषण दिया जिसके कारण यह घटना हुई. उन्होंने कहा कि पंचायत कार्यालय के पास कोई तनाव नहीं था जहां मतदान हुआ.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें