कोलकाता : कुणाल से सीबीआइ ने फिर की पूछताछ
करीब साढ़े तीन घंटे तक हुई पूछताछ कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के सांसद रहे कुणाल घोष को सारधा चिटफंड घोटाला मामले में एक बार फिर तलब करने की घटना को लेकर पार्टी के अंदरखाने में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. सोमवार को सीबीआई दफ्तर पहुंचे कुणाल घोष के हाथ में एक मोटी फाइल […]
करीब साढ़े तीन घंटे तक हुई पूछताछ
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के सांसद रहे कुणाल घोष को सारधा चिटफंड घोटाला मामले में एक बार फिर तलब करने की घटना को लेकर पार्टी के अंदरखाने में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. सोमवार को सीबीआई दफ्तर पहुंचे कुणाल घोष के हाथ में एक मोटी फाइल थी. हालांकि सीबीआई अधिकारियों ने उनसे तकरीबन साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की, लेकिन उनसे क्या पूछा गया इसके बारे में न तो उन्होंने कुछ बताया और न ही सीबीआइ के अधिकारियों ने कुछ खुलासा किया. इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस के अंदरखाने में राजनीतिक सरगरमी तेज हो गयी है.
उल्लेखनीय है कि शुरुआत में सारधा मामले की जांच करते हुए जब कुणाल घोष को गिरफ्तार किया गया था.
उस वक्त वह बगावती हो गये थे. उनके निशाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थीं, लेकिन जब वह जमानत पर रिहा हुए तो उनका सूर नर्म हो गया था. लेकिन पहले वह जांच प्रक्रिया को लेकर कई तरह के सवाल उठाते थे और उनका दावा था कि कई रसूखदार लोगों को बचाने का प्रयास हो रहा है.
उनका कहना था कि अगर सीबीआइ उनको बुलाएगी तो वह सब कुछ साफ-साफ बता देंगे. ऐसे में जब वह सीबीआइ दफ्तर गये तो पत्रकारों का हुजूम उनसे सवालों की झड़ी लगा दिया. लेकिन उन्होंने किसी सवाल का जबाब नहीं दिया, अलबत्ता इतना जरूर कहा कि सीबीआइ ने उनको बुलाया था वह जांच कार्य में सहयोग करने के लिए गये थे.
उन लोगों ने जो सवाल पूछा उसका जबाब दिया. जांच प्रक्रिया के कारण उसका खुलासा नहीं करूंगा. लेकिन जब उनके हाथ में रखी मोटी फाइल की तरफ इशारा करते हुए पूछा गया कि इसमें क्या है? तो वह हंसते हुए कहे, कुछ भी हो सकता है. इसमें मेरे द्वारा लिखा जा रहा उपन्यास भी हो सकता है. हालांकि उनके इस उत्तर से राहत नहीं पा रहे हैं तृणमूल कांग्रेस के वह नेता जिनके उपर सारधा घोटाले की तलवार लटक रही है. पार्टी के अंदरखाने में चर्चा तेज है कि सीबीआइ की जांच को नयी दिशा देने के लिए कुणाल घोष ने कई अहम जानकारी दी थी.