माझेरहाट ब्रिज हादसा : लापरवाही से हुआ है हादसा, कुछ दिन पहले ही ब्रिज को मिला था ‘फिट’ प्रमाण पत्र

कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज हादसे के पीछे राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग की लापरवाही उभर कर सामने आ रही है. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पहले ही लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने ब्रिज की स्थिति की जांच कर इसे ‘ फिट ‘ करार दिया था आैर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2018 6:52 AM
कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज हादसे के पीछे राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग की लापरवाही उभर कर सामने आ रही है. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पहले ही लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने ब्रिज की स्थिति की जांच कर इसे ‘ फिट ‘ करार दिया था आैर कहा गया था कि ब्रिज पूरी तरह से ठीक है.
हालांकि, इस संबंध में लोक निर्माण विभाग ने किसी प्रकार की कोई जानकारी देने से इनकार दिया. लेकिन कहा जा रहा है कि पोस्ता फ्लाइओवर गिरने की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगर के सभी ब्रिज व फ्लाइओवर की नियमित जांच का आदेश दिया था. साथ ही लोक निर्माण विभाग को महानगर के प्रत्येक ब्रिज व फ्लाइओवर की स्थिति के बारे में प्रत्येक महीने रिपोर्ट जमा करने काे कहा गया था.
राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले ही लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने ब्रिज का निरीक्षण कर इसे फिट करार दिया था. वह निरीक्षण किस प्रकार से हुआ था और किस आधार पर ब्रिज को ‘फिट’ करार दिया गया, इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं.
विशेषज्ञों ने रखरखाव के तरीके पर उठाये सवाल
वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि पोस्ता फ्लाइओवर की घटना इससे अलग थी. वहां अभी फ्लाइओवर का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन माझेरहाट ब्रिज का निर्माण 40 साल पहले हुआ था. इसलिए यहां सिर्फ ब्रिज की अच्छे से रखरखाव की जरूरत थी, जिसमें लापरवाही बरती गयी. यह ब्रिज भले की आज गिरा हो, लेकिन सही मायने में इसकी नियमित जांच होती तो ब्रिज नहीं गिरता. माझेरहाट ब्रिज के यत्रांशों की नियमित जांच और उसकी मरम्मत जरूरी थी, लेकिन इस बारे में ध्यान नहीं दिया गया.

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