कोलकाता एचएस : आंतरिक मूल्यांकन के लिए अतिरिक्त अंक मिलेंगे

नियमित उपस्थिति के लिए काउंसिल की नयी पहल कोलकाता : ग्यारहवीं कक्षा में छात्र पढ़ाई के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं, यही कारण है कि उनके नतीजों पर असर पड़ता है. ज्यादातर छात्र कक्षाओं में नियमित उपस्थित भी नहीं रहते हैं. इस मानसिकता में बदलाव लाने के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद ने उच्च […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2018 9:13 AM
नियमित उपस्थिति के लिए काउंसिल की नयी पहल
कोलकाता : ग्यारहवीं कक्षा में छात्र पढ़ाई के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं, यही कारण है कि उनके नतीजों पर असर पड़ता है. ज्यादातर छात्र कक्षाओं में नियमित उपस्थित भी नहीं रहते हैं. इस मानसिकता में बदलाव लाने के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद ने उच्च माध्यमिक परीक्षा के नतीजों में इंटरनल मूल्यांकन के लिए अतिरिक्त 10 अंक प्रदान करने की योजना बनायी है. यह नयी प्रणाली 2019 से शुरू होगी. काउंसिल ने यह प्रस्ताव राज्य शिक्षा विभाग के पास मंजूरी के लिए पहले ही भेज दिया है.
यह इंटरनल मूल्यांकन स्कूल में छात्रों की उपस्थिति, पाठ्येतर गतिविधियों के प्रदर्शन व अनुशासन के आधार पर किया जायेगा. साथ ही इसमें छात्र के ग्यारहवीं की वार्षिक परीक्षा में प्राप्त किये गये अंक भी जोड़े जायेंगे. इस प्रक्रिया में शिक्षकों की एक टीम के साथ हेडमास्टर की भी सलाह ली जायेगी, ताकि छात्रों को सही तरीके से मूल्यांकन किया जा सके.
इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि अभी 100 में से 20 अंक प्रोजेक्ट के लिए व 30 अंक साइंस विषय के प्रैक्टिकल के लिए दिये जाते हैं.
इंटरनल मूल्यांकन (असेस्मेंट) के लिए जो 10 अंक छात्रों को दिये जायेंगे, वे क्रमशः इसी 20 व 30 अंकों में से ही व्यवस्थित किये जायेंगे. लिखित परीक्षा में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. काउंसिल का मानना है कि इस नयी पद्धति से छात्रों में 11वीं की परीक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी. इसका असर 12वीं की परीक्षा पर अच्छा पड़ेगा. छात्रों में पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है.

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