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…जब टीएमसी के पूर्व सांसद कबीर सुमन ने की समलैंगिकता फैसले की सराहना, कहा 1 किशोर था मेरा पहला प्यार

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद कबीर सुमन ने समलैंगिकता और ट्रांजेंडर समुदाय के पक्ष में आये फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि यह एेतिहासिक फैसला है. एक बांग्ला वेब पोर्टल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह कोई अपराध नहीं है. खुद उनका पहला प्यार कोई महिला नहीं, बल्कि एक किशोर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2018 9:33 AM
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद कबीर सुमन ने समलैंगिकता और ट्रांजेंडर समुदाय के पक्ष में आये फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि यह एेतिहासिक फैसला है. एक बांग्ला वेब पोर्टल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह कोई अपराध नहीं है. खुद उनका पहला प्यार कोई महिला नहीं, बल्कि एक किशोर था.
ऐतिहासिक फैसला करार दिया
उन्होंने कहा कि यह एक एेतिहासिक फैसला है. इसे लेकर मैं गर्वित हूं. उन्होंने कहा कि अपने किशोर उम्र के प्यार को लेकर मैंने एक गाना भी लिखा था.
उस गाने का शीर्षक है देवाशीष. यह गीत उन्होंने वर्ष 2013 में सांसद रहते हुए लिखा था. देवाशीष नामक एक किशोर था, जिससे मैं उस समय प्यार करता था. साल 2013 में इस गाने के द्वारा मैंने धारा 377 के खिलाफ आवाज बुलंद करना शुरू किया था, जो एक आंदोलन का रूप ले लिया. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया, वह मेरे विचारों की एक तरह से मान्यता ही है. कृष्णनगर काॅलेज की अध्यक्ष मानवी बंद्योपाध्याय जो खुद ट्रांसजेंडर हैं, के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के फैसले से फिर हमलोगों को आजादी मिली है.
लगता है अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति मिली है. अब तक हम अंग्रेजों के बनाये काले कानून को मानते आ रहे थे. सोशल मीडिया में समलैंगिकता को लेकर मुखर रहनेवाले सैंडी साहा ने भी इस निर्णय पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 2013 में समलैंगिकता को अपराध का दर्जा देनेवाले सुप्रीम कोर्ट ने ही अपने फैसले की समीक्षा करके नया निर्णय सुनाया है. इससे लोगों में खुशी की लहर है. देखना यह है कि इस फैसले के बाद भी इस समुदाय के लोगों के प्रति आमलोगों की मानसिकता बदलती है या नहीं .

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