कोलकाता : मैक्सिको में जूट व चाय निर्यात की भारी संभावना
कोलकाता : पूर्वी भारत खासकर बंगाल के बने जूट उत्पाद व चाय की मैक्सिको में निर्यात की भारी संभावना है. इसके बाद दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र दवाओं के निर्माण का है. वर्तमान में वहां 78 फीसदी दवा अमेरिका से आती है. ये बातें बंगाल चेंबर आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री में आयोजित संगोष्ठी में मैक्सिको की […]
कोलकाता : पूर्वी भारत खासकर बंगाल के बने जूट उत्पाद व चाय की मैक्सिको में निर्यात की भारी संभावना है. इसके बाद दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र दवाओं के निर्माण का है. वर्तमान में वहां 78 फीसदी दवा अमेरिका से आती है.
ये बातें बंगाल चेंबर आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री में आयोजित संगोष्ठी में मैक्सिको की राजदूत मेलबा परिया ने कही. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच वर्तमान में 8 मिलियन यूएस डॉलर का व्यापार होता है. भारत की नामी-गिरामी आईटी कंपनियां वहां अपनी सेवा दे रही है. जिसमें टीसीएस से लेकर विप्रो शामिल है. भारत की दवा कंपनियों जिसमें सन फार्मा, डॉ रेड्डी, टोरेंट फार्मा व ल्यूपिन जैसी कंपनियों की वहा उपस्थिति है. हेल्थकेयर सेक्टर में भी मैक्सिको में निवेश की भारी संभावना है.
वहीं बंगाल चेंबर के पूर्व अध्यक्ष सुमित मजुमदार ने कहा कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को भी प्रगाढ़ किये जाने की आवश्यकता है. मैक्सिको के सब्जियों की भारत में काफी मांग है. उन्होंने बताया कि भारत से प्रति वर्ष वहां 10 लाख वोक्सवैगन कारों का निर्यात हो रहा है. इसके अलावा क्रुड ऑयल की मांग को देखते हुए आने वाले समय में मैक्सिको इसका प्रमुख निर्यातक हो सकता है.