कोलकाता : शतरंज क्लब से गुलजार गरियाहाट फ्लाइओवर
बेखौफ होकर सैकड़ों की तादात में पहुंचे हैं खेल प्रेमी कोलकाता : कहते हैं डर के आगे जीत है, जहां विवेकानंद फ्लाइओवर और माझेरहाट दुर्घटना के बाद लोग ब्रिज के नीचे जाने से कतरा रहे हैं. वहीं गरियाट फ्लाइओवर के नीचे से लोग बेखौफ होकर गुजर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक […]
बेखौफ होकर सैकड़ों की तादात में पहुंचे हैं खेल प्रेमी
कोलकाता : कहते हैं डर के आगे जीत है, जहां विवेकानंद फ्लाइओवर और माझेरहाट दुर्घटना के बाद लोग ब्रिज के नीचे जाने से कतरा रहे हैं. वहीं गरियाट फ्लाइओवर के नीचे से लोग बेखौफ होकर गुजर रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तो यह पुल नया है और दूसरा यहां चेस क्लब है. इसका कारण है चेस क्लब का होना और पुल की तंदुरुस्ती. गौरतलब है कि इस पुल का निर्माण 16 साल पहले वर्ष 2002 में हुआ था. हर रोज तकरीबन हजारों गाड़ियां इस फ्लाइओवर से होकर गुजरती हैं. फ्लाइओवर के बगल में दुकाने हैं और इससे सटा है चेस क्लब.
जहां 100 से अधिक लोग हर रोज चेस खेलने के लिए यहां आते हैं. उनका कहना है कि खेलते हुए कब समय बीत जाता है पता ही नहीं चलता. शतरंज प्रेमियों का कहाना है कि पुल के नीचे बना यह चेस क्लब मन को तरोताजा कर देता है. एक तो गाड़ियों की शोरगुल तथा बजार की भीड़-भाड़ भी उन्हें शतरंज खेलने में कोई दिक्कत नहीं पहुंचाता है. बल्कि चाय की चुस्की और झालमुढ़ी के बीच खेल का आनंद और बढ़ जाता है.
हर रोज लगभग 100 से करीब खेल प्रेमी यहां आते हैं. पुल दुर्घटना वाले दिन भी क्लब में चहल पहल रही. जो यह बताता है कि क्लब लोगों के लिए बड़ी मायने रखता है. शायद इसी कारण ही लोग बेखौफ ब्रिज को पार कर आते जाते भी हैं.
एक बार क्लब में विश्वनाथन अानंद आये: क्लब के सदस्यों का दिली ख्वाहिश है कि यहां एक बार महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद क्लब में आते तो हमारा उत्साह और भी बढ़ जाता. फिलहाल उन्हें टीबी पर देख कर और खबर पढ़ कर उनकी खेल के तरिकों को हम आजमाते हैं.
डेयरिंग चेस क्लब : क्लब के सचिव अभिजीत सरकार मुस्कुराते हुए कहते है महानगर में पुल दुर्घटना आम बात हो गई है. हमारा क्लब भी पुल के नीचे हैं , लेकिन हमें डर नहीं. क्योंकि यह डेयरिंग चेस क्लब हैं और इसका सौंदर्यीकरण कोलकाता पुलिस और पीसी चंद्रा ज्योलर्स के अनुदान से किया गया है.