कोलकाता : बंद के समर्थन में वामो ने निकाली रैली, कहा दीदी और मोदी में सांठगांठ प्रमाणित
कोलकाता : भारत बंद के समर्थन में सोमवार को महानगर में वाममोरचा की ओर से इंटाली से मलिकबाजार तक रैली निकाली गयी. रैली में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बोस, माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा समेत अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया. विमान बोस ने कहा कि केंद्र में मोदी व पश्चिम बंगाल में दीदी […]
कोलकाता : भारत बंद के समर्थन में सोमवार को महानगर में वाममोरचा की ओर से इंटाली से मलिकबाजार तक रैली निकाली गयी. रैली में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बोस, माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा समेत अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया.
विमान बोस ने कहा कि केंद्र में मोदी व पश्चिम बंगाल में दीदी (ममता बनर्जी) दोनों के बीच सांठगांठ है, जिन मांगों पर भारत बंद किया गया, उनका समर्थन राज्य सरकार तो कर रही है, लेकिन राज्य सरकार एक ओर बंद को विफल करने के लिए हर तरह की तैयारी भी कर रखी थी. इससे प्रमाणित होता है कि मोदी और दीदी में किसी तरह का सांठगांठ है. डॉ मिश्रा ने कहा कि बंद को मोदी सरकार के शासन में तेजी से मूल्य वृद्धि हो रही है. आम आदमी परेशान है तो क्या यह है अच्छे दिन? जिसकी कल्पना करवा कर मोदी जी सत्ता में आये थे.
वामोरचा के चेयरमैन विमान बोस के अनुसार कोलकाता समेत राज्यभर में बंद का मिलाजुला असर रहा. अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थित माकपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री बोस ने कहा कि जिन मांगों पर भारत बंद का आह्वान किया गया था, राज्य सरकार उसका सर्मथन भी की.
महानगर में तृणमूल कांग्रेस की ओर से रैली भी निकाली गयी, लेकिन राज्य सरकार ने राज्य में बंद को विफल बनाने के लिए हर तरह के प्रयास किये. उन्होंने पुलिस पर पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करने का भी आरोप लगाया. श्री बोस ने कहा कि कूचबिहार में बंद के विरोध में भाजपा व तृणमूल ने एक साथ रैली निकाली, जो भाजपा व तृणमूल कांग्रेस के आपसी सांठगांठ को दर्शाता है.
उन्होंने दोनो पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दोनों पार्टी एक से बढ़ कर एक भ्रष्टाचारी नेता हैं, जो एक दूसरे को बचाने में लगे हुए हैं.
विमान ने कहा, राज्य भर में बंद का समर्थन करनेवाले 200 से अधिक वामपंथी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पेट्रोलियम पदार्थों पर अतिरिक्त कर को कुछ कम कर राज्यवासियों को राहत दे सकती हैं, लेकिन सरकार की ओर से अब तक यह कदम नहीं उठाया गया है.
बंद विफल की कोशिश कर ममता ने मजबूत किया भाजपा का हाथ : अधीर
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में बंद को विफल करने की कोशिश करके भाजपा का ही हाथ मजबूत कर रही हैं. यह दावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद अधीर चौधरी ने किया है. संवाददाताओं से बातचीत में राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए श्री चौधरी ने कहा कि रास्ते पर पुलिस व गुंडों को उतारकर तृणमूल ने बंद को विफल करने की कोशिश की, लेकिन वह उसमें असफल रहे. मुख्यमंत्री ने फरमान जारी कर दिया कि सभी कार्यालय खुले रहेंगे. रास्ते पर 400 बसें उतारने की उन्होंने घोषणा की. आम दिनों में यदि अधिक बस रहे तो लोगों को लाभ भी हो, लेकिन बंद के दिन इतनी बस उतारकर क्या लाभ हुआ.
यानी राज्य सरकार के पास बसें हैं, लेकिन आम लोगों की सुविधा के लिए उन्हें उतारा नहीं जाता. सभी अधिकारियों को राज्य सरकार ने निर्देश दे दिया था कि कांग्रेस के बंद को विफल करना ही होगा. कांग्रेस की मांग को आम जनता भी समझ रही है और स्वीकार कर रही है. आम लोगों ने बंद को सफल किया है. श्री चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार ने 12 बार उत्पादन शुल्क की वृद्धि की है. इससे पेट्रोल पर पिछले चार वर्षों में 211 फीसदी एक्साइज ड्यूटी बैठायी गयी. डीजल पर 443 फीसदी एक्साइज ड्यूटी बैठायी गयी है. इससे आम लोगों की महंगाई से कमर टूट गयी है. तेल उत्पादन संस्था सरकार को 40 रुपये प्रति लीटर में बेच रही है लेकिन सरकार इसे महंगा बेच रही है.
जल्द ही यह 100 का आंकड़ा छू लेगा. राज्य सरकार उसपर से अतिरिक्त सरचार्ज लगा रही है. मां, माटी मानुष की सरकार आम लोगों को नहीं छोड़ रही है. आम लोगों का गला केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही काट रही है. रुपये की कीमत भी लगातार गिर रही है. तेल की कीमत पर कोई लगाम नहीं रही है. देश की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है.
कांग्रेस समर्थकों ने किया रेल व सड़क जाम
कोलकाता : कोलकाता समेत जिले के कई इलाकों में सड़क व रेल यातायात को रोकने के साथ ही रैली निकाली गयी. इसके तहत उत्तर 24 परगना जिला के नोआपाडा में जिला कांग्रेस के समर्थकों द्वारा इच्छापुर स्टेशन पर ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया. यहां करीब आधे धंटे तक चली विरोध-प्रदर्शन किया गया. बाद में रेल पुलिस ने सभी को हटाया तब जाकर स्थिति सामान्य हुई़ वहीं बैकरपुर चिड़ियां मोड़ पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क जामकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंका और नारेबाजी की.