कोलकाता : जनहित में नहीं है केंद्र की नीति : अमरजीत

कोलकाता : चाहे बात किसानों की हो, श्रमिकों की या आम जनता की, भाजपा नीत केंद्र सरकार की नीति जनहित में नहीं है. लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ रही है. महंगाई बेलगाम बढ़ रही है. धर्म के नाम पर भेदभाव की राजनीति जारी है. बेरोजगार रोजगार की तलाश में दर दर भटक रहे हैं. गरीब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2018 9:50 AM
कोलकाता : चाहे बात किसानों की हो, श्रमिकों की या आम जनता की, भाजपा नीत केंद्र सरकार की नीति जनहित में नहीं है. लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ रही है. महंगाई बेलगाम बढ़ रही है. धर्म के नाम पर भेदभाव की राजनीति जारी है. बेरोजगार रोजगार की तलाश में दर दर भटक रहे हैं. गरीब और गरीब होते जा रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की नीति का विरोध जरूरी है. ये बातें एटक की राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कौर ने कहीं. वह गुरुवार को महानगर के रानी रासमणि एवेन्यू में आयोजित एटक की सभा को संबोधित कर रही थीं.
उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना की. अमरजीत कौर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने अच्छे दिन आने का वायदा किया गया था. पर अच्छे दिन किसके लिए आये?
गरीबों, श्रमिकों व आम लोगों के लिए तो नहीं आये. अच्छे दिन सिर्फ बड़े-बड़े पूंजीपतियों और काॅरपोरेट जगत के लिए आये हैं. केंद्र सरकार निजीकरण को बढ़ावा दे रही है. श्रमिकों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति और भी बिगड़ती जा रही है. सही नीतियों के अभाव के कारण ही सांप्रदायिक शक्तियां पैर पसार रही हैं. ऐसी नीतियों का विरोध एटक की ओर से जारी रहेगा. 28 जनवरी को दिल्ली में एटक सहित 10 केंद्रीय यूनियनों का सम्मेलन होगा. सम्मेलन में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा भी की जा सकती है.
सभा की अध्यक्षता एटक के वरिष्ठ नेता रंजीत गुहा ने की. मुख्य वक्ता के तौर पर प्रदेश एटक के महासचिव उज्जवल चौधरी, प्रदेश प्रदेश एटक के उप महासचिव विप्लव भट्ट मौजूद रहे.
टैक्सी चालकों समेत परिवहन श्रमिकों ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा :
एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन और वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आॅर्डिनेशन कमिटी की ओर से प्रदेश एटक कार्यालय के निकट से रैली निकाली गयी. रैली का नेतृत्व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आॅर्डिनेशन कमिटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने की. उन्होंने भी केंद्र सरकार नीतियों की जमकर आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि सही नीतियों के अभाव के कारण परिवहन क्षेत्र से जुड़े तमाम श्रमिकों की रोजी-रोटी पर संकट बना हुआ है.
केंद्र के साथ राज्य सरकार की नीतियों पर भी उन्होंने सवाल उठाये. उन्होंने जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एटक के अभियान में तमाम श्रमिक वर्ग को शामिल होने का आह्वान किया है. केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ गत नौ अगस्त से एटक की ओर से ‘मजदूर बचाओ, देश बचाओ, मोदी हटाओ’ का नारा देकर देशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत रैली निकाली जा रही है. सभा आयोजित किये जा रहे हैं. महानगर में आयोजित सभा कार्यसूची का हिस्सा था.

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