प्रतिशोध की भावना के तहत हुई गिरफ्तारी : दिलीप घोष

कोलकाता : भाजपा नेता रंजीत मजुमदार की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर पुलिस रंजीत पर दबाव बना रही थी कि वह अपने मुंह से यह कहे कि यह सबकुछ दिलीप घोष और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं की देखरेख में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2018 6:33 AM
कोलकाता : भाजपा नेता रंजीत मजुमदार की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर पुलिस रंजीत पर दबाव बना रही थी कि वह अपने मुंह से यह कहे कि यह सबकुछ दिलीप घोष और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं की देखरेख में हो रहा था.
उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया तो उनको गिरफ्तार कर लिया गया. मामले का कोई आधार नहीं है. झूठा मुकदमा बना कर लोगों को यह जताने की कोशिश की जा रही है कि भाजपा के नेता भ्रष्टाचार में शामिल हैं. हकीकत यह है कि नारदा और सारधा जैसे मामले व सिंडिकेट राज को मानकर बंगाल की जनता तृणमूल कांग्रेस को भ्रष्टाचार का मास्टर माइंडमानती है. लिहाजा लोगों के सामने साफ है कि जो आरोप लगाया गया है वह बेबुनियाद है. अदालत में सब साबित हो जायेगा.
उज्जवला योजना धोखाधड़ी : जांच के दायरे में कई िवशिष्ट लोग भी
कोलकाता. प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत एलपीजी डीलरशिप दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के मामले की जांच के दायरे में कई लोग हैं. सूत्रों की मानें तो इसमें कुछ विशिष्ट लोग भी हो सकते हैं. ध्यान रहे कि ‍धोखाधड़ी के मामले में भाजपा के नेता रंजीत मजूमदार को गिरफ्तार किया जा चुका है.
आरोप है कि रंजीत ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत एलपीजी डिलरशिप दिलाने के नाम पर कई लोगों से रुपये वसूले हैं. मामले की शिकायत जोड़ासांको थाने में दर्ज करायी गयी है. जांच के लिये कोलकाता पुलिस के विशेष जांच दल का गठन किया गया है. पुलिस रंजीत मजूमदार से पूछताछ द्वारा मामले के हर पहलुओं की जांच कर रही है.

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