चाय श्रमिकों को मिलेगा 19.50% बोनस, श्रमिक और मालिक पक्ष की बैठक में बनी सहमति
कोलकाता/नागराकाटा : डुआर्स व तराई के चाय बागान श्रमिकों को इस साल 19.50 फीसदी की दर से दुर्गापूजा का बोनस मिलने जा रहा है. कोलकाता के बंगाल चेंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित द्विपक्षीय बैठक में यह समझौता हुआ है. हालांकि बीमार 48 चाय बागानों को इस दर से छूट दी गयी है. ऐसे बागानों में […]
कोलकाता/नागराकाटा : डुआर्स व तराई के चाय बागान श्रमिकों को इस साल 19.50 फीसदी की दर से दुर्गापूजा का बोनस मिलने जा रहा है. कोलकाता के बंगाल चेंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित द्विपक्षीय बैठक में यह समझौता हुआ है. हालांकि बीमार 48 चाय बागानों को इस दर से छूट दी गयी है. ऐसे बागानों में 9.5 से 19 फीसदी के बीच बोनस देने की बात तय हुई है.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 19.75 फीसदी की दर से बोनस दिया गया था. इस बार जिस दर पर सहमति बनी है, उससे लगभग चार लाख स्थायी व अस्थायी चाय श्रमिकों को लगभग 10 हजार रुपये बोनस मिलने वाला है. यानी उत्तरबंगाल के चाय उद्योग क्षेत्र में दुर्गापूजा से पहले 400 करोड़ रुपये आनेवाले हैं. 6 अक्तूबर तक बोनस भुगतान की अंतिम समय सीमा रखी गयी है.
जानकारी के अनुसार, डुआर्स-तराई के चाय बागानों के बोनस समझौता होने के बाद हर साल पहाड़ के चाय बागान मालिक अलग से बैठक बुलाकर वहां के श्रमिकों के लिए बोनस तय करते हैं.
हालांकि वहां भी लगभग उसी दर पर बोनस दिया जाता है. 2017 में पहाड़ आंदोलन के दौरान लगभग तीन महीने तक चाय बागान बंद रहने का बोनस पर भी असर पड़ने वाला है. चाय श्रमिकों के संयुक्त संगठन ज्वाइंट फोरम का दावा है कि 2017 में पहाड़ पर बागान बंद रहने से बोनस को होनेवाली क्षति को मालिक व सरकार मिलकर चुकायें.
रविवार को बोनस समझौते में चाय मालिकों के शीर्ष संगठन सीसीपीए के सेक्रेटरी जनरल अरिजीत राहा, टाई के सेक्रेटरी जनरल प्रवीर भट्टाचार्य, डीबीआइटीए के सचिव सुमंत गुहठाकुरता, आइटीपीए के सलाहकार अमितांशु चक्रवर्ती उपस्थित थे. दूसरी ओर श्रमिक संगठनों की ओर से बबलू मुखर्जी, जियाउल आलम, नकुल सोनार, मणी कुमार दार्नाल, मनोज कारकिडुली, जॉन बारला सहित अन्य उपस्थित थे. चाय मालिक संगठन टाई के डुआर्स शाखा के सचिव राम अवतार शर्मा ने बताया कि इनदिनों चाय उद्योग आर्थिक संकट में घिरा है. श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि समस्या को समझते हुए पिछली साल की तुलना में कम बोनस पर राजी हो गयी. इसके लिए यूनियनों का उन्होंने धन्यवाद किया है.
उल्लेखनीय है कि 2008 साल से लगातार 20 फीसदी की दर से चाय श्रमिकों को बोनस मिल रहा था. 2017 में यह घटकर 19.75 फीसदी कर दिया गया. जबकी इस साल बोनस 19.50 फीसदी तय हुआ है. बोनस को लेकर इस साल सिर्फ दो बैठकों में ही हल निकल गया. इससे डुआर्स के हाट-बाजारों के व्यवसायी काफी खुश है. उन्हें उम्मीद है कि पूजा से पहले लगभग तीन साप्ताहिक हाट में अब जमकर खरीददारी होगी.