हिंसक घटनाओं के लिए भाजपा व तृणमूल दोनों जिम्मेदार : माकपा

कोलकाता : बुधवार को भाजपा का बंद बेअसर रहा, लेकिन कुछ जगहों पर घटी हिंसक घटनाओं से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों की नीति स्पष्ट हो गयी है. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दोनों दलों के बीच हिंसक घटनाओं और धमकी दिये जाने को लेकर प्रतियोगिता हो रही हो. यही वजह है कि कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2018 3:56 AM
कोलकाता : बुधवार को भाजपा का बंद बेअसर रहा, लेकिन कुछ जगहों पर घटी हिंसक घटनाओं से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों की नीति स्पष्ट हो गयी है. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दोनों दलों के बीच हिंसक घटनाओं और धमकी दिये जाने को लेकर प्रतियोगिता हो रही हो. यही वजह है कि कुछ इलाकों में जनजीवन थोड़ा प्रभावित जरूर रहा. इसके लिए दोनों दल जिम्मेदार हैं.
यह आरोप माकपा के नेता रॉबिन देव ने लगाया है. संवाददाताओं से मुखातिब हुए माकपा नेता ने कहा कि इस्लामपुर में मृत विद्यार्थियों के परिजनों को मुआवजा देने, मामले की न्यायिक जांच कराये जाने व दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग पर वामपंथी छात्र संगठनों की ओर से हड़ताल किया जा चुका है. वामपंथी छात्र संगठनों ने राजभवन अभियान भी चलाया था.
छात्रों के आंदोलन को वामपंथी दलों ने भी समर्थन जताया है. आरोप के अनुसार पूरे देश में शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति अराजक होती जा रही है. देश के कई जगहों पर छात्र आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गयी. उस वक्त केंद्र की सत्ता की बागडोर संभालने वाली भाजपा की ओर से किसी प्रकार का विरोध क्यों नहीं किया गया? इस्लामपुर में हुई घटना का विरोध जताकर अचानक भाजपा छात्रों की हमदर्द कैसे बन गयी? बंद के दौरान कई जगहों पर बसों और ऑटों में तोड़फोड़ की गयी.
बस में आग भी लगायी गयी. आरोप के अनुुसार राज्य में सत्तारूढ़ दल की ओर से भी कोई कसर नहीं छोड़ी गयी और कई जगहों पर तृणमूल समर्थक भी हिंसा की वजह बने. कथित तौर पर बंद के दिन किसी भी हालत में सरकारी कर्मचारियों के कार्यालय में उपस्थित होने व गैर-सरकारी स्कूलों को बुधवार बंद नहीं किये जाने को लेकर दिये फरमान भी राज्य सरकार के रवैये को दर्शाते हैं.आरोप के अनुसार दोनों दलों की नीति और कार्य से राज्य में भय और अराजकता का माहौल व्याप्त है. ऐसी नीतियों का विरोध माकपा की ओर से लगातार जारी रहेगा.

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