महिला यात्री का एयरपोर्ट पर छह घंटे ड्रामा, स्टाफ को भी पीटा
कोलकाता : एक 45 वर्षीय महिला ने कोलकाता हवाई अड्डे पर इंडिगो स्टाफ, पुलिस और सीआइएसएफ जवानों को छह घंटे तक परेशान किया, इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने इस दौरान इंडिगो कर्मचारियों से मारपीट भी की. मारपीट का शिकार एक इंडिगो स्टाफ प्रेग्नेंट थी, जिसे नर्सिंग होम में भर्ती करवाना पड़ा. महिला […]
कोलकाता : एक 45 वर्षीय महिला ने कोलकाता हवाई अड्डे पर इंडिगो स्टाफ, पुलिस और सीआइएसएफ जवानों को छह घंटे तक परेशान किया, इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने इस दौरान इंडिगो कर्मचारियों से मारपीट भी की. मारपीट का शिकार एक इंडिगो स्टाफ प्रेग्नेंट थी, जिसे नर्सिंग होम में भर्ती करवाना पड़ा. महिला ने आरोप लगाया कि उसकी 65 वर्षीय मां के टॉयलेट में गिरने और उन्हें चोट लगने की जिम्मेदार इंडिगो कर्मी है.
जानकारी के अनुसार, 18 साल की एक लड़की 33 वर्षीय महिला के साथ चेक-इन डेस्क पर आयी. उन्हें 11.50 की भुवनेश्वर जानेवाली फ्लाइट पकड़नी थी. उनके पास पांच लोगों के टिकट थे, लेकिन नियमों के मुताबिक उन दोनों को ही बोर्डिंग पास दिये गये.
सूत्रों के मुताबिक, थोड़ी देर बाद चेतला पुलिस स्टेशन से पहुंचे दो अधिकारियों ने इंडिगो कर्मचारियों से कहा कि एक महिला को उनकी मरजी के खिलाफ भुवनेश्वर ले जाया जा रहा है. पता चला कि यह वही 33 वर्षीय महिला थीं. पुलिस की पूछताछ के बाद उनका बोर्डिंग पास कैंसल कर दिया गया और वह इंडिगो को लिखित स्पष्टीकरण देते हुए पुलिस के साथ लौट गयीं.
उनकी 18 वर्षीय साथी का पास भी कैंसल कर उसे इंतजार करने को कहा गया. करीब 11.25 बजे परिवार के बाकी सदस्य, लड़की की 45 वर्षीय मां, 56 साल की नानी एक अन्य युवक के साथ 11:50 की फ्लाइट पकड़ने पहुंचे थे. उनसे कहा गया कि वे लोग लेट हैं और फ्लाइट नहीं ले सकते. इंडिगो के मुताबिक उन्हें एयरलाइंस की ओर से शाम 8 बजे जानेवाली फ्लाइट ऑफर की गयी.
करीब दो बजे महिला ने उसकी मां को टॉयलेट ले जाने के लिए इंडिगो स्टाफ से मदद मांगी. इसके बाद आरोप लगाया कि इंडिगो कर्मचारी की लापरवाही के चलते 65 वर्षीय मां टॉयलेट में गिर कर घायल हो गयीं. इसके बाद महिला ने उस कर्मचारी से मारपीट शुरू कर दी. इंडिगो की ओर से महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गयी और शाम साढ़े चार बजे पुलिस वहां पहुंची.
इसके बाद महिला भागकर टॉयलेट में घुस गयी और खुद को अंदर से बंद कर लिया. एक घंटे तक इंतजार करने के बाद पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ने की धमकी दी तो महिला बाहर निकली. उसने आरोप लगाया कि उसे खींचकर बाहर निकाला गया और कपड़े तक पहनने नहीं दिया गया. आखिरकार आठ महिला पुलिसकर्मी और सीआइएसएफ स्टाफ उसे पुलिस स्टेशन लेकर गये.