‘बीजेपी फिनीश’ के नारे को अमलीजामा पहनाने के लिए इंडोर में बनेगी रणनीति

कोलकाता : लोकसभा चुनावों को देखते हुए राजनीति के शतरंज पर बिसात बिछने लगी है. हर पार्टी अपने हिसाब से मुद्दे तलाशने के साथ-साथ अपने-अपने दोस्त और दुश्मन की फेहरिश्त बना रही है. केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस बार सबसे ज्यादा फोकस पश्चिम बंगाल पर कर रही है. जवाब में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2018 3:51 AM
कोलकाता : लोकसभा चुनावों को देखते हुए राजनीति के शतरंज पर बिसात बिछने लगी है. हर पार्टी अपने हिसाब से मुद्दे तलाशने के साथ-साथ अपने-अपने दोस्त और दुश्मन की फेहरिश्त बना रही है. केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस बार सबसे ज्यादा फोकस पश्चिम बंगाल पर कर रही है. जवाब में पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी बीजेपी को ही चुनौती मानकर चल रही है.
इसी राजनीतिक रस्साकशी के बीच टीएमसी ने कहा है कि वह जनवरी में एक रैली करेगी, जिसमें नारा दिया जायेगा- ‘2019 में भाजपा खत्म’. बंगाल सरकार में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी सदस्यों के साथ 16 नवंबर को नेताजी इंडोर स्टेडियम में सम्मेलन करने जा रहे हैं, जिसमें 19 जनवरी को होने वाली ब्रिगेड रैली की तैयारी के मुद्दे पर बात होगी.
चटर्जी ने आगे कहा, ’19 जनवरी को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में होने वाली रैली में हम भाजपा के खिलाफ बिगुल फुकेंगे. जिसके तहत भाजपा विरोधी पार्टियों को एक छाते के नीचे लाने की कवायद को अमलीजामा पहनाया जायेगा. यहीं से ‘2019 में भाजपा खत्म’ नारा ममता बनर्जी लॉन्च करेंगी.’
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बंगाल की 42 सीटों में से टीएमसी को 34, कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम को 2-2 सीटें मिली थीं. इस बार भाजपा दावा कर रही है कि वह राज्य में 30 से ज्यादा सीटें जीतेगी. जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मिशन बंगाल के तहत 22 सीट जीतने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है.
भाजपा की तैयारी को देखते हुए ममता बनर्जी के निर्देश पर एक व्हीप जारी करके 16 नवंबर को नेताजी इंडोर स्टेडियम में होनेवाली सभा में पार्टी के सभी विधायक, सांसद और पंचायत प्रधान के अलावा सभी जन प्रतिनिधियों को शामिल होने की बात कही गयी है. यह जानकारी पार्थ चटर्जी ने गुरुवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दिया.
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि भाजपा इस बार यूपी और बिहार जैसे राज्यों में नुकसान होने की स्थिति में पश्चिम बंगाल को बैकअप के रूप में रखना चाहती है.

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